नव दंपति के बीच विवाद कोर्ट ने मिनटों में निपटाया

Post by: Rohit Nage

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इटारसी। आज एक नव युगल को कोर्ट ने विवादों से मुक्ति दिलाई। इसके बाद दोनों ने पुन: अपना दाम्पत्य जीवन प्रारंभ करने खुशी-खुशी रहना स्वीकार करके अपने घर गये। नवयुगल का विवाह बड़ी धूमधाम से रीति रिवाज अनुसार हुआ था। कुछ ही समय में गलतफहमी की वजह से विवाद हुआ और दोनों अलग होकर तलाक की दहलीज पर आ गये।

कोर्ट में ऐसी स्थिति को द्वितीय अपर जिला न्यायधीश श्रीमती सुशीला वर्मा ने पहली ही नजर में भांप लिया कि नवयुगल शंका का शिकार है। जबकि ऐसी कोई विपरीत परिस्थिति उनको नहीं दिखी थी। उन्होंने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं से पृथक-पृथक वार्ता कर नवयुगल को समझाइश दी, साथ ही जीवन के प्रति अपनी-अपनी जिम्मेदारी से अवगत करवाकर माता पिता के योगदान का हवाला देकर मामला सामने रखकर अपना मत नवयुगल के समक्ष रखा। दोनों पक्ष अपनी गलतियों का अहसास कर मतभेद भूलकर पुन: एक साथ रहने को राजी हो गये।

आज नेशनल लोक अदालत में एक दूसरे को माला पहनाकर फिर एक होकर अपना दांपत्य जीवन पुन: प्रारंभ करने हेतु कृत संकल्पित होकर एक दूसरे का हाथ थामकर मुंह मीठा कर लोक अदालत से विदा हुए।

इससे पूर्व नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ अतिरिक्त प्रथम जिला अपर सत्र न्यायाधीश हर्ष भदौरिया ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश ललित कुमार झा, तृतीय अपर जिला न्यायाधीश श्रीमती सुशीला वर्मा, सभी अधीनस्थ न्यायालयों के न्यायधीश सूर्य प्रकाश राठौर, श्रीमती पूजा भदौरिया, यतिन अग्रवाल, श्रीमती आयुषी गुप्ता, श्रीमती प्राची कौरव तथा अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संतोष कुमार गुरयानी सहित संघ के अन्य सदस्य न्यायालयीन कर्मचारी उपस्थित रहे।

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