वैज्ञानिक और धार्मिक ग्रहण के तथ्यों को बताया
ग्रहण के वैज्ञानिक तथ्यों पर न लगायें ग्रहण
इटारसी। मंगलवार शाम चंद्रोदय के साथ ही दिखने जा रहे चंद्रग्रहण के समय के वैज्ञानिक तथ्यों को बताने विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने मॉडल की मदद से आंशिक एवं उपछाया ग्रहण की जानकारी दी। राजेश पाराशर ने बताया कि चंद्रउदय के साथ दिखने जा रहे ग्रहण के बारे में सोशल मीडिया पर ग्रहण समाप्ति का समय 6:19 बताया जा रहा है। यह आंशिक ग्रहण या पार्शियल इकलिप्स के समाप्ति का समय है, इसके बाद चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया वाले भाग में प्रवेश करेगा और 7:26 पर उपछाया से बाहर निकलकर सामान्य सूर्यप्रकाश में आयेगा। अत वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार उपछाया ग्रहण या पेनुम्ब्रल इकलिप्स 7 बजकर 26 मिनिट पर समाप्त होगा।
राजेश पाराशर ने मॉडल की मदद से बताया कि जब परिक्रमा करते हुये चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य एक सीधा रेखा में आ जाते हैंं और पृथ्वी दोनों के बीच होती है तो चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया और उपछाया पडऩे लगती है जिससे चंद्रमा की चमक कम हो जाती है। इसे चंद्रग्रहण कहते हैं।
जितनी देर तक चंद्रमा पूरी तरह से घनी छाया में होता है तो इसे पूर्ण चंद्रग्रहण कहते हैं। जब चंद्रमा का कुछ भाग घनी छाया और कुछ भाग उपछाया में होता हैं तो इसे आंशिक चंद्रग्रहण कहते हैं। जब चंद्रमा सिर्फ उपछाया वाले भाग में होता है तो यह अपेक्षाकृत कम चमकदार दिखता है, इसे उपछाया ग्रहण कहते हैं। कम चमक को टेलिस्कोप की मदद से महसूस किया जा सकता है। राजेश पाराशर ने कहा कि ग्रहण के सभी वैज्ञानिक चरणों को समझाने में सभी लोगों को आगे आने की आवश्यकता है।
Click to rate this post!
[Total: 0 Average: 0]

आंशिक ग्रहण 6:19 पर तो उपछाया ग्रहण 7:26 पर होगा समाप्त


Rohit Nage
Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.
For Feedback - info[@]narmadanchal.com