– कलेक्टर-एसडीएम ने किया पुल का निरीक्षण
– ब्रिज से आवागमन के साथ होगा आर्मी का सम्मान
इटारसी। आर्मी के इंजीनियर दल ने तीन दिन की अथक मेहनत से सुखतवा नदी पर बैलीब्रिज बनाकर तैयार कर दिया। ब्रिज पर लोहे की प्लेट्स लगाकर इसे आवागमन के लायक भी बना दिया है। कुछ छोटे-छोटे काम हैं, जो दो दिन में पूर्ण करके यहां से यातायात प्रारंभ कर दिया जाएगा।
पिछले दो दिनों से जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी लगातार ब्रिज का निरीक्षण करके आर्मी अफसरों से समन्वय बनाकर ब्रिज की ओपनिंग की संभावना पर बात कर रहे हैं। विगत 10 अप्रैल से इस मार्ग पर यातायात कभी चालू, कभी बंद हो रहा है। बारिश के सीजन में सबसे अधिक बार इस मार्ग से यातायात बंद रहा, जबकि नयीदिल्ली से नागपुर, हैद्राबाद और दक्षिण के राज्यों के लिए यही एक सड़क मार्ग है, जिस पर यातायात बहुत होता है। लेकिन ब्रिज टूटने के बाद से इस मार्ग से यातायात थमने और चलने से काफी परेशानी हो रही है। यही कारण है जिला प्रशासन भी जल्द से जल्द इस मार्ग को चालू करना चाहता है। अब वक्त आ गया है, अगले दो दिन में इस पर ट्रायल कंपलीट करके बुधवार 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी के पावन मौके से ब्रिज की शुरुआत कर दी जाएगी।
रातदिन की आर्मी ने मेहनत
सुखतवा पर बेली ब्रिज बनाने के कार्य में आर्मी की टीम युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। 80 जवानों की कंपनी दिन-रात मौका स्थल पर काम कर रही है। जवानों की टीम ने महज 3 दिन में ही बैली ब्रिज का संपूर्ण स्ट्रक्चर खड़ा किया है। अब फाइनल ट्रायल के बाद ब्रिज पर 31 अगस्त से आवागमन शुरू किया जाएगा। बता दें कि ब्रिज से केवल 40 टन भार क्षमता वाले वालों को ही गुजरने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
मप्र एनएच पर पहला बैलीब्रिज
यह मध्यप्रदेश में नेशनल हाईवे पर बना पहला बेली ब्रिज होगा। नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने रविवार को सुखतवा पहुंचकर कार्य का जायजा लिया और बैलीब्रिज के संबंध में आर्मी के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। कलेक्टर ने आर्मी की टीम के साथ भोजन भी किया। कलेक्टर स्वयं अपने घर से भोजन मिठाई और फल लेकर गए थे। इस दौरान एसडीएम इटारसी मदन रघुवंशी भी उपस्थित रहे।
40 टन वजनी वाहन निकल सकेंगे
पुराने पुल के दोनों ओर से आर्मी की टीम ने बैली ब्रिज को कसा हैं। ब्रिज की लंबाई 93 फीट और चौड़ाई 10.5 फीट है। पुल का वजन 60 टन है। ब्रिज पर से 40 टन वजन के वाहन निकाले जाएंगे। बैली ब्रिज के दोनों हिस्से नदी के पुराने पुल के दोनों सिरे से जोड़े गए हैं । ब्रिज के दोनों तरफ लोहे की रेलिंग है और बीच में ही लोहे की मजबूत प्लेट्स लगाई गई है। बिज को वाहनों के लिए सुरक्षित किया गया है।
31अगस्त को होगा लोकार्पण
एसडीएम एमएस रघुवंशी ने बताया कि बैली ब्रिज का फाइनल ट्रायल 30 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। बुधवार 31 अगस्त को सुबह करीब 11 बजे इस बैलीब्रिज का लोकार्पण किया जायेगा। साथ ही बैली ब्रिज़ पर ही सेना के जवानों की बटालियन का सम्मान भी होगा जिन्होंने रातदिन एक करके आवागमन सुलभ कराने का काम किया है। आर्मी का सम्मान करने इटारसी से कुछ संस्थाएं सुखतवा जाएंगी।