इटारसी-डोलरिया रोड पर चरनोई की भूमि से हटाए दो दर्जन अतिक्रमण

Post by: Rohit Nage

Two dozen encroachments removed from Charnoi's land on Itarsi-Dolariya Road
  • – नगर पालिका, राजस्व और पुलिस प्रशासन की टीम पहुंची थी अतिक्रमण हटाने
  • – शुरुआत में कुछ लोगों ने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन फिर शांत हो गये
  • – यहां एक धर्म विशेष का स्थल है, उसे स्वयं हटाने संबंधितों को समय दिया गया है

इटारसी। इटारसी-डोलरिया मार्ग पर फकीर मोहल्ला के दो दर्जन अतिक्रमण आज खुदाई करने वाली मशीन से सख्ती से तोड़ दिये गये। इनमें कच्चे-पक्के अतिक्रमण शामिल हैं जो नजूल की भूमि पर बने थे। आज सुबह से राजस्व, पुलिस और नगर पालिका का अमला यहां से अतिक्रमण हटाने की तैयारी कर चुका था। दोपहर 12 बजे नगर पालिका का अतिक्रमण हटाने वाला दल मौके पर पहुंच गया था। राजस्व विभाग से अधिकारी दोपहर 1 बजे पहुंचे तब अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरु हुई और तीन घंटे चले अभियान में अनेक कच्चे-पक्के अतिक्रमण जमींदोज कर दिये गये।

हल्का विरोध भी हुआ

जब अतिक्रमण हटाने अभियान प्रारंभ हुआ तो हल्का विरोध भी हुआ, लेकिन प्रशासन की मंशा के आगे विरोध के स्वर हल्के पड़ गये। लोगों का कहना था कि अतिक्रमण हटाने में भेदभाव किया जा रहा है। गरीबों के झोपड़े तोड़े जा रहे हैं, इस भीषण ठंड में हम खुले आसमान के नीचे बच्चों के साथ कैसे रहेंगे। एक व्यक्ति ने तो विरोध में यह भी कहा कि उसका झोपड़ा तोड़ा तो वह मर जाएगा। हालांकि प्रशासन के अधिकारियों पर इन सब बातों का कोई असर नहीं हुआ और अधिकांश अतिक्रमण हटा दिये गये हैं।

नाले तक सफाई की

नगर पालिका के अतिक्रमण विरोधी अमले ने नयायार्ड मार्ग ग्वाल बाबा मंदिर के दूसरी तरफ बने एक धर्मस्थल से नाले तक के वे सभी अतिक्रमण साफ कर दिये जो रोड से 20 फिट तक पिछले दिनों प्रशासन की टीम ने चिह्नित किये थे। दूसरी तरफ दस फिट तक चिह्नित अतिक्रमण को तोड़ा गया। फिलहाल यहां बनाये एक धर्मस्थल को नहीं तोड़ा गया है। मौके पर तहसीलदार श्रीमती सुनीता साहनी, राजस्व निरीक्षक तुषार मौर्य, अतिक्रमण अमला प्रभारी रत्नेश पचौरी सहित राजस्व, पुलिस और नपा की टीम मौजूद रही।

त्रैमासिक बैठक में उठा था मामला

विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने त्रैमासिक बैठक में इस मामले को उठाया था। बैतूल में हुई संभागीय बैठक में भी अतिक्रमण के मामले में चर्चा के बाद विधायक डॉ. शर्मा ने यहां अधिकारियों को सख्ती से इस अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिये थे। यह मामला एक धर्मविशेष का धर्मस्थल होने के कारण किसी न किसी तरह से टाला जाता रहा है। आज भी उस धर्मस्थल को छोड़ सारा अतिक्रमण हटाया गया है, जबकि अचानक बने गये इस रोड के दो धर्मस्थलों को हटाने के लिए विधायक ने अधिकारियों को कहा है।

धर्मस्थल हटाने दिया समय

दरअसल, यहां बना धर्मस्थल पुराना नहीं है, बल्कि अभी कुछ समय पूर्व ही बना है। यह रास्ते और चरनोई की भूमि में दर्ज भूमि है। फिलहाल प्रशासन ने इस पर जेसीबी का पंजा नहीं चलाया और संबंधितों को इसे स्वयं हटाने के लिए समय दिया है। समय रहते यदि संबंधित लोग इसे हटा लेते हैं तो ठीक अन्यथा प्रशासन को मजबूरी में इसे हटाना पड़ेगा। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि समय दिया है, यदि संबंधित लोग इसे स्वयं हटा लेंगे तो बेहतर रहेगा, अन्यथा बाद में प्रशासन तो फिर हटा ही देगा।

इनका कहना है….

आज 23 चिह्नित अतिक्रमण हटाये हैं, ये चरनोई और रास्ते भी भूमि पर कब्जा करके बनाये गये थे। जहां तक धर्मस्थल की बात है, उनको समय दिया है कि वे स्वयं हटा दें, नहीं हटाएंगे तो फिर प्रशासन तो हटाएगा ही।

श्रीमती सुनीता साहनी, तहसीलदार

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