– संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित
नर्मदापुरम। ग्रीष्मकालीन फसलों की सिंचाई के लिए तवा बांध (Tawa Dam) की बाइ तट नहर में 25 मार्च 2022 एवं दाई तट नहर में 5 अप्रैल 2022 से पानी छोड़ा जाएगा। सिवनीमालवा (Seonimalwa) क्षेत्र में सिंचाई के लिए 27 मार्च से पानी दिया जाएगा।यह निर्णय कमिश्नर मालसिंह (Commissioner Malsingh) की अध्यक्षता में आयोजित संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में लिया। बैठक में विधायक सिवनी मालवा प्रेम शंकर वर्मा, मुख्य अभियंता तवा परियोजना शिशिर कुशवाह, जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, अपर कलेक्टर हरदा जेपी सैयाम, अनिल बुंदेला, भूपेश थापक, अधीक्षण यंत्री तवा परियोजना राजेश श्रीवास्तव , कार्यपालन यंत्री तवा परियोजना आईडी कुमरे सहित समिति सदस्य उपस्थित रहे।
कमिश्नर ने जल संसाधन विभाग एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सिंचाई से पूर्व नहरों की आवश्यक मरम्मत एवं सफाई कराएं। बेहतर सिंचाई प्रबंधन के लिए जल संसाधन विभाग के अधीनस्थ अमले को प्रशिक्षित किया जाए, सिंचाई का पानी व्यर्थ न बहे इसका विशेष ध्यान रखा जाए। निर्धारित समय पर किसानों तक सिंचाई का पानी पहुंचे ताकि सभी किसानों को सिंचाई का लाभ मिल सकें।
कमिश्नर ने कहा, निर्धारित टाइम शेड्यूल अनुसार किसानों को निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश अधीक्षण यंत्री एमपीईबी को देकर बिजली के तारों एवं पोलों की मेंटेनेंस की जाना सुनिश्चित की जाये। कमिश्नर ने कहा कि यह देखा गया है कि किसान मूंग की फसल को सुखाने रसायनिक औषधि का उपयोग करते हैं जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक है। उन्होंने कहा कि संभाग के तीनों जिले में किसान खेत पाठशाला आयोजन कर किसानों को रसायनिक औषधि का उपयोग ना करने के लिए प्रेरित किया जाए।
विधायक श्री वर्मा ने कहा कि तवा बांध से निर्धारित समय पर नहरों में पानी छोड़ा जाए। अधीक्षण यंत्री तवा परियोजना ने बताया कि तवा परियोजना मंडल अंतर्गत इस वर्ष रबी सिंचाई उपरांत तवा जलाशय में 767.96 मि.घन मी. जल भंडारण उपलब्ध है। इस परियोजना से नर्मदापुरम जिले में 40,000 हेक्टेयर, हरदा जिले में 40,000 हेक्टेयर कुल 80,000 हेक्टेयर कमांड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना प्रस्तावित है। वर्तमान वर्ष 2021-22 में रबी सिंचाई पूर्ण होने के पश्चात 25 मार्च 2022 को तवा बांध में 767 मि.घन मी. जल भंडारण उपलब्ध है, जिसमें से लगभग 727 मि.घन मी. से नर्मदापुरम एवं हरदा जिले में ग्रीष्मकालीन मूंग फसल में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मूंग फसल में सिंचाई पूर्ण होने के पश्चात लगभग 40.69 मि.घन मी. जल भण्डारण शेष रहेगा, जिसे गर्मी में आवश्यकता अनुसार उपयोग किया सकेगा।