इटारसी। विश्व हिंदू परिषद धर्म जागरण का आयोजन 3 दिवस में 22 ग्रामों तक किया। विश्व हिंदू परिषद नर्मदापुर जिला द्वारा बलिदान दिवस पर संत संपर्क एवं धर्म जागरण यात्रा केसला प्रखंड के 22 जनजातीय ग्रामों में समाज को संगठित होने का संकल्प दिलाया।
विश्व हिंदू परिषद धर्म जागरण यात्रा प्रभारी रघुवीर धुर्वे ने बताया कि बलिदान दिवस पर विश्व हिंदू परिषद नर्मदापुर जिला द्वारा चयनित ग्रामों में 3 दिवसीय संत संपर्क धर्म जागरण यात्रा विश्व हिंदू परिषद प्रांत सह धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शिव राठौर, जिला मंत्री चेतन सिंह राजपूत, हरि पडिहार, सरदार पडिहार आदि के मार्गदर्शन की। शुभारंभ जनजातीय ग्राम सातपुरा के मंदिर में पूज्य संत पंडा पडिहार बुजुर्गों की उपस्थिति में किया। यात्रा का शुभारंभ भगवान श्री राम चंद्र, विरसा मुंडा की पूजा अर्चना कर किया।
संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद सह धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शिव राठौर ने कहा कि स्वामी श्रद्धानंद ने शुद्धि आंदोलन चलाकर हजारों हिंदू धर्म से भटके लोगों को स्वधर्म में वापसी कराई थी। 23 दिसंबर को अब्दुल रशीद ने उनकी निर्ममता पूर्वक हत्या की थी। हमारे पूर्वजों का पुरुषार्थ है, मुगल, ईसाई चुनौतियों के बाद भी हम सब सनातनी हैं। इस भारत भूमि पर जब जब भी सनातन पर हमले हुए, हमारे पूज्य साधु संतों, महापुरुषों ने धर्म रक्षा का मार्ग प्रशस्त किया। आज जनजाति समाज को बरगलाया जा रहा है। हम सब जात-पात में नहीं बटेंगे, एक रहेंगे तभी हम सब सुरक्षित रहेंगे।
जिला मंत्री चेतन राजपूत ने कहा कि आज मिशनरियों द्वारा हमारे भोले भाले जनजातीय बंधुओं बरगला कर उनका धर्मांतरण कराया जा रहा है, हमें इनके मंसूबों को सफल नहीं होने देना है। महेंद्र नामदेव ने कहा कि बंटे हुए समाज को कोई तोड़ सकता है। हम संगठित हैं तो विधर्मी को सोचना पड़ेगा। सभी को तिलक लगाकर भगवान श्री राम चंद्र जी का लॉकेट पहनाकर रक्षासूत्र बांधकर धर्मरक्षा का संकल्प दिलाया। विश्व हिंदू परिषद संत संपर्क धर्म जागरण यात्रा जनजातीय 22 ग्रामों में साधपुरा, चांदकिया, चिचलानी, भोबदा, सारादेह, पिपरिया, अमराई, कोहदा, लालपानी, भातना, रांझी आदि जनजातीय ग्रामों में संपर्क किया गया।