नर्मदापुरम। जनसेवा पखवाड़ा (Public Service Fortnight) जिला पंचायत कार्यालय के सभागृह (Auditorium of District Panchayat Office) में हुई।
कार्यशाला में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत (Chief Executive Officer, District Panchayat) मनोज सरियाम, हाकम सिंह पटेल, अनिल बुंदेला एवं जीएम डिस्कॉम श्री परिहार के साथ जिला पंचायत के सदस्य, कर्मचारी, अधिकारी, स्कूल के बच्चे उपस्थित रहे। प्रोग्राम में शिक्षक राजेश पाराशर एवं सारिका घारू ने उर्जा साक्षरता पर अपने गीत एवं कठपुतली डांस प्रस्तुत किया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्री सरियाम ने सौर ऊर्जा को भविष्य की ऊर्जा बताते बताते हुए कहा कि ऊर्जा संरक्षण से हम देश की ऊर्जा बचाकर देश की उन्नति में अपना सहयोग दे सकते हैं। हाकम सिंह पटेल ने कहा कि आज सौर ऊर्जा का दौर है, सभी को सौर ऊर्जा लगवाने चाहिए, विभाग से दी जाने सब्सिडी को भी बढ़ाया जाना चाहिए। वहीं अनिल बुंदेला ने कहा कि जब उन्होंने अपना पेट्रोल पंप शुरु किया था तब बिजली बिल 40-50 हजार आता था, अधिकारियों से मिलकर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर आज उनका बिल मात्र 10 परसेंट रह गया है। विद्युत विभाग के जीएम श्री परिहार ने रूफटॉप सोलर संयंत्रों (Rooftop Solar Plants) की उपयोगिता बताई और यह कहा है कि यदि सोलर को पूर्ण रूप से अपना लें तो हम अपने घरों का बिल लगभग जीरो कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम (Madhya Pradesh Urja Vikas Nigam) के जिला अधिकारी विजय सिंह चौहान ने कहा कि सोलर एनर्जी (Solar Energy) के द्वारा वर्तमान में सोलर कुकर (Solar Cooker) अंतर्गत ऊर्जा साक्षरता कार्यशाला (Energy Literacy Workshop), सोलर पंप (Solar Pump), सोलर स्ट्रीट लाइट (Solar Street Light), सोलर गीजर (Solar Geyser) प्रचलन में है। वह समय दूर नहीं है कि जब भारत देश में सोलर इलेक्ट्रिक कारें (Solar Electric Cars) भी चलने लगेंगी। उन्होंने यह कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जन-जन को ऊर्जा साक्षर करना तथा ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देना है, जिसके लिए मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड द्वारा ऊर्जा संरक्षण एप उषा का निर्माण किया है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है एवं इसमें एक मोबाइल के अंतर्गत 5 लोगों को साक्षर बनाया जा सकता है। इस ऐप के अंतर्गत यह भी बताया गया है की ऊर्जा साक्षरता अभियान के अंतर्गत किस तरह से पंजीकरण व प्रमाणीकरण किया जाए। इसके लिए अलग-अलग 12 माड्यूल तैयार किए गए हैं एवं प्रत्येक मॉड्यूल में पांच पांच प्रश्न शामिल किए हैं, इन प्रश्नों के जवाब देकर अंक हासिल किए जाते हैं। प्रथम तीन माड्यूल क्लियर करने पर प्रथम चरण का सर्टिफिकेट प्राप्त होता है, द्वितीय चरण का सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए 6 मॉडल क्लियर करने होंगे और अंत में पूरे 12 माड्यूल क्लियर करने पर उषा मित्र का सर्टिफिकेट प्राप्त होता है, इस तरह आप ऊर्जा साक्षरता का सर्टिफिकेट प्राप्त करते हैं। उन्होंने अंत में, प्रत्येक छात्र-छात्राओं, शिक्षकों अधिकारियों कर्मचारियों एवं समस्त आमजनों से अनुरोध किया है कि इस ऐप को डाउनलोड कर अपना अपना सर्टिफिकेशन जरूर कराएं।