सब्जी दुकानें लगाने वालों को एसोसिएशन नहीं रहने दे रहा भूखा
इटारसी। सब्जी बाजार में सब्जी की दुकानें लगाकर अपना पेट पालने वाले गरीब और छोटे सब्जी विक्रेताओं से हर सप्ताह जुटाये गये पैसे इस कोरोना के संक्रमणकाल में उन्हीं के काम आ रहे हैं। सब्जी विक्रेताओं की एसोसिएशन के पास ये पैसे जमा होते हैं।
आज जब विगत दो माह से मंडी बंद है और जमीन पर चादर बिछाकर सब्जी बेचने वाले गरीब सब्जी विक्रेताओं के जुटाये यही पैसे उनके पेट की आग बुझाने के काम आ रहे हैं। अब तक तीन बार इसी पैसे से इनको राशन दिया जा चुका है। सोमवार को भी करीब सौ सब्जी विक्रेताओं को राशन दिया गया। इटारसी कोरोना हॉट स्पॉट होने से यहां सब्जी मंडी बंद है और सब्जी विक्रेता घर पर बेरोजगार बैठे हैं। इस संकट के दौर में सब्जी विक्रेता एसोसिएशन मंडी के सभी सब्जी विक्रेताओं को भूखा नहीं रहने दे रहा। एसोसिएशन लॉक डाउन के दौरान तीन बार एसोसिएशन के सदस्यों को किराना सामग्री प्रदान कर चुका है। लॉक डाउन बढऩे से सोमवार को एक बार फिर से सभी सब्जी विक्रेताओं को किराना सामग्री प्रदान की गई।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सोनू बिंद्रा ने कहा कि 100 सब्जी विक्रेताओं को किराना किट प्रदान की गई। श्री बिंद्रा ने कहा कि हमारी एसोसिएशन मंडी के सभी सब्जी विक्रेताओं से 10 रुपए प्रति सप्ताह लेती है, इसका एक खाता बना हुआ है। मंडी में होने वाले विकास के लिए ये पैसा खर्च होता है। अभी जो पैसा हमारे पास मौजूद था, वह इस संकट के दौर में हमारे साथियों के लिए काम आ रहा था। श्री बिंद्रा ने कहा कि जब हम ये पैसा जमा करते थे तो हमारे ऊपर आरोप लगते थे, आरोप लगाने वाले देख लें कि जो बूंद-बूंद राशि हमने जमा की थी, वह आज काम आ रही है। श्री बिंद्रा ने कहा कि जब तक लॉक डाउन के दौरान सब्जी विक्रय बंद रहेगा, तब तक हम सभी सदस्यों को किराना सामग्री उपलब्ध कराएंगे।
ये सबकुछ दिया किराना किट में
आटा 10 किलो, चावल 5 किलो, शक्कर 2 किलो, दाल 2 किलो, पोहा 1 किलो, तेल 1 लीटर, चायपत्ती 1 पाव, नहाने का 1 साबुन, 1 कपड़े धोने का 1 साबुन, हल्दी 1 पैकेट, मिर्ची 1 पैकेट, धना पावडर 1 पैकेट, नमक 1 किलो व अन्य सामग्री हैं।