इटारसी। राज्य सरकार ने आंगनबाडिय़ों के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बंटने वाले पोषण आहार का निर्माण करने के लिए प्लांट लगाने जा रही है। राज्य आजीविका मिशन इस प्लांट में पोषण आहार बनाकर आंगनबाडिय़ों तक पहुंचाएगी। इस पोषण आहार को बंटवाने का काम महिला और बाल विकास करेगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार किया है, जो पांच मार्च को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। गौरतलब है कि अभी पोषण आहार जयपुर से आता है। अब इसे यही बनाने का जिम्मा राज्य आजीविका मिशन को दिया जा रहा है। विभाग इस शर्त के साथ छह माह के लिए टेंडर जारी कर रहा है कि जैसे-जैसे सरकारी प्लांटों से सप्लाई शुरू होगी, उस क्षेत्र में ठेकेदारों से आहार लेना बंद कर दिया जाएगा। जिले में 117 आंगनबाडिय़ां है, जहां के एक लाख से अधिक बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार दिया जाना है। पोषण आहार बांटने का जिम्मा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को दिया गया था। विभाग ने अगस्त 2018 से प्लांटों में पोषण आहार तैयार कर सप्लाई शुरू करने का दावा किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब इसे आजीविवका मिशन को सौंपा जा रहा है। इसलिए होशंगाबाद समेत आठ जिलों में सरकारी प्लांट तैयार करने की शुरूआत की है। इसका निर्माण करने वाली आजीविका मिशन के अफसरों का कहना है कि मार्च अंत तक होशंगाबाद प्लांट से सप्लाई शुरू हो जाएगा और अगले माह धार प्लांट भी उत्पादन शुरू कर देगा। मामले में परियोजना अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि आजीविका मिशन द्वारा होशंगाबाद में प्लांट शुरू करने के बाद ही आंगनबाडिय़ों को नियमित रूप से पोषण आहार मिलने लगेगा। इससे महिलाओं और बच्चों को फायदा मिलेगा।