कृषि उपज मंडी : ढाई एकड़ भूमि के लिए गेंद मंडी बोर्ड के पाले में

Post by: Manju Thakur

इटारसी। कृषि उपज मंडी परिसर में स्थित भूखंड में से ढाई एकड़ का हिस्सा प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए नगर पालिका को दिया जाए या नहीं, इसके लिए गेंद अब मंडी बोर्ड के पाले में है। कृषि उपज मंडी समिति ने प्रस्ताव पारित करके मंडी बोर्ड को भेज दिया है। अब इसका फैसला एमडी करेंगे कि क्या किया जाए। इसमें एक माह का वक्त लगने की संभावना जतायी जा रही है।
आज यहां कृषि उपज मंडी समिति की बैठक में पारित 9 प्रस्तावों में से चौथे नंबर का प्रस्ताव था जिसमें नगर पालिका इटारसी को प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु 2.5 एकड़ भूमि आवंटन हेतु ले आउट चिह्नित करने पर समिति ने सहमति दे दी है। हालांकि अभी मंडी बोर्ड से सहमति आना शेष है। ऐसा माना जा रहा है कि शासन कलेक्टर गाइड लाइन से इसकी करीब आठ करोड़ रुपए कीमत मानकर चल रहा है, लेकिन जनहित के इस मामले में कम से कम राशि करने की उम्मीद भी लगायी जा रही है।

उपमंडी के लिए प्रयास और काम
इटारसी कृषि उपज मंडी में लगातार दबाव और किसानों की बढ़ती संख्या के कारण यहां कई बार परेशानी होती है। सीजन के वक्त होने वाले दबाव को विभाजित करने एक उपमंडी रैसलपुर में बनायी गई है तो दूसरी मंडी करीब 35 वर्ष पूर्व सुखतवा में प्रस्तावित हुई थी। सुखतवा मंडी के लिए कालाआखर में भूमि है, जिस पर कुछ लोगों के अतिक्रमण हैं। आज बैठक में समिति ने तय किया है कि एसडीएम और तहसीलदार को एक पत्र देकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए और वहां उपमंडी निर्माण के लिए विकास कार्य शुरु करने के लिए लेआउट तैयार किया जा सके। इसी तरह से रैसलपुर उपमंडी में स्ववित्तीय योजनांतर्गत दुकानें बनाने के प्रस्ताव पर भी समिति ने मुहर लगा दी है।

सोयाबीन में पीला मोजेक की चिंता
कृषि उपज मंडी समिति के सदस्यों ने इन दिनों खेतों में खड़े सोयाबीन में पीला मोजेक रोग लगने पर भी चिंता व्यक्त की है। समिति के सदस्यों ने बताया कि प्रशासन को इस तरफ ध्यान देकर इसका सर्वे कार्य कराना शुरु कर देना चाहिए ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सके। मंडी अध्यक्ष विक्रम तोमर ने प्रस्ताव रखा कि इसके लिए एक पत्र लिखकर प्रशासन से मांग की जो कि खेतों का जल्द से जल्द सर्वे कराया जाए ताकि किसानों को मुआवजा दिलाया जा सके। बता दें कि इन दिनों खेतों में सोयाबीन की फसल पीली पडऩे लगी है और किसानों को इस वर्ष भी सोयाबीन फसल से नुकसान मिलने की आशंका है। कई जगह के किसान तो फसल लेकर भी प्रशासन तक पहुंच रहे हैं।

फिर शुरु होगी अमावस्या की छुट्टी
वर्षों पूर्व कृषि उपज मंडी में अमावस्या का अवकाश होता था, जो बंद कर दिया गया था। लेकिन, इस अवकाश को प्रारंभ करने की मांग कुछ किसान बड़े दिनों से कर रहे हैं। ऐसे में मंडी समिति ने फैसला लिया है कि मंडी में अमावस्या का अवकाश पुन: प्रारंभ किया जाए। इस प्रस्ताव को समिति ने एकराय होकर हर्षध्वनि से हरी झंडी दे दी है। दरअसल, कुछ दिन पूर्व व्यापारियों ने भी माह के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहने के कारण भुगतान संबंधी परेशानी बताकर इन दो दिन अवकाश घोषित करने की मांग की थी। व्यापारियों की मांग पर समिति ने अवकाश घोषित कर दिया था। किसानों ने भी अमावस्या के दिन खरीद कार्य बंद रखने की मांग की थी, जिस पर आज सहमति हो गई।

इनका कहना है…!
आज की बैठक में 9 प्रस्ताव थे, सभी पारित हो गए हैं। मुख्यमंडी परिसर में जी प्लस-2 भवन निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। मंडी बोर्ड ने बोर्ड निधि और किसान सड़क निधि से चार करोड़ की मंजूरी भी दे दी है। इस भवन में बैंक शाखा और व्यापारियों के भुगतान काउंटर बनेंगे जिससे किसानों को भटकने से मुक्ति मिल जाएगी।
विक्रम तोमर, अध्यक्ष कृषि उपज मंडी समिति इटारसी

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