ट्रेन डायवर्ट करने से गुस्साये यात्री,  ट्रैक पर उतरे 

Post by: Manju Thakur

इटारसी। लगातार बारिश का रेल यातायात पर भी असर हो रहा है। कोंकण रेलवे क्षेत्र में पहाड़ों से पत्थर टूटकर गिरने के बाद इस रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों को रेलवे डायवर्ट करके चला रहा है। मार्ग परिवर्तित होने से हजारों यात्री परेशान हुए और उनको स्थिति की सही जानकारी देने के लिए जिम्मेदार मौजूद नहीं थे। आज दो ट्रेनों मंगला एक्सप्रेस और जबलपुर कोयंबटूर सुपरफास्ट के यात्रियों ने सही स्थिति पता नहीं होने के कारण यहां रेलवे स्टेशन पर हंगामा किया।
कोंकण रेलवे में पहाड़ों से पत्थर टूटकर गिरने की घटना और बारिश के कारण लगातार दूसरे दिन भी इस रूट पर यातायात प्रभावित रहा और रेलवे ने कई ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया। शनिवार को दो ट्रेनें डायवर्ट की गई हैं। ट्रेन इटारसी आयी तो यात्रियों ने जमकर नारेबाजी की। यात्रियों के हंगामे के बीच आरपीएफ और जीआरपी के कर्मी असहाय नजर आये। कई यात्रियों ने ट्रैक पर उतरकर खड़े होकर नारेबाजी की। स्टेशन अधीक्षक राजीव चौहान ने कहा कि वे स्वयं ट्रैक पर उतरे और यात्रियों को वापस प्लेटफार्म पर चढ़ाया।
जबलपुर से गोवा जाने वाले कई यात्रियों ने यहां रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। यात्रियों का कहना था कि उनको जबलपुर में जानकारी नहीं दी गई। नरसिंहपुर में कहा कि ट्रेन डायवर्ट हुई है। नरसिंहपुर में भी यदि रिफंड करते तो हम वापस चले जाते। यहां इटारसी तक ट्रेन आने के बाद कहा जा रहा है कि यहां से ट्रेन बदलकर चले जाओ, यह ट्रेन नागपुर होकर जाएगा। ऐसे में हम परेशान हो गये हैं। गोवा जा रहे सतीश पटेल ने कहा कि ट्रेन जबलपुर में ही दो घंटे की देरी से आयी थी। सवा एक बजे जबलपुर से चली हमें नहीं बताया कि ट्रेन डायवर्ट हो गयी है। हमें दोस्त की शादी में जाना था। इसी तरह से दूसरे यात्री अक्षय अग्रवाल ने कहा कि जबलपुर से बैठे हैं। टीसी से बात की तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला। यहां आकर कहते हैं कि उतरकर दूसरी ट्रेन से जाओ। मयंक गर्ग, विकास और पीयूष सिंह भी ट्रेन डायवर्ट होने से परेशान हो गये। सबने यहां रेलवे प्रबंधन और रेल मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।

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