डाक्टरों के आंदोलन, नारेबाजी पर एसडीएम हो गए नाराज़

इटारसी। आप लोग बिना अनुमति रैली निकाल रहे हैं, यह तरीका गलत है। आप ज्ञापन देने आए हैं, इसकी जानकारी भी मुझे नहीं दी गई। अभी कहीं कुछ ऊंच-नीच हो जाएगी तो कौन जवाबदार होगा? यह नाराजी भरे स्वर थे, एसडीएम आरएस बघेल के, जो उन्होंने डाक्टर्स को रैली की शक्ल में शासकीय अस्पताल से जयस्तंभ तरफ आते हुए देखने के बाद तब कहे, जब डाक्टर उनको ज्ञापन देने उनके दफ्तर पहुंचे थे। हालांकि डाक्टर्स ने कहा कि वे रैली नहीं निकाल रहे थे, बल्कि पार्किंग संबंधी परेशानी को देखते हुए एक जगह एकत्र हुए थे फिर ज्ञापन देने आए हैं। इसके बाद एसडीएम ने प्रेस से कहा कि कुछ गलतफहमी हो गयी थी, वे लोग रैली नहीं निकाल रहे थे।

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गौरतलब है कि दो दिन पूर्व डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आरके मेहतो से एक मरीज के परिजनों द्वारा की गई मारपीट के मामले में आज चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शित किया। इटारसी और होशंगाबाद के निजी और सरकारी अस्पताल के डाक्टर्स पहले सरकारी अस्पताल में एकत्र हुए और फिर नारेबाजी करते हुए जयस्तंभ चौक आए। यहां वरिष्ठ चिकित्सकों ने संबोधित कर अस्पताल में हुई घटना की निंदा करते हुए घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
मामले में एसडीएम राधेश्याम बघेल ने कहा कि डॉक्टर्स ने ज्ञापन दिया है, मैंने इस संबंध में पुलिस से बात की है, पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया है, आरोपियों पर नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। डाक्टरों की ओर से होशंगाबाद से आए डॉ. अतुल सेठा ने कहा कि हम जो चाह रहे थे, वो हो रहा है। हमें विश्वास दिलाया है कि कार्रवाई की जाएगी। हम चाह रहे हैं कि समाज में व्यवस्था के प्रति विश्वास कायम रहे। इस तरह की वारदात में डाक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।

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