भाजपा और कांग्रेस के नेता आए आमने सामने और फिर…

Post by: Manju Thakur

इटारसी।
सुबह से किसानों के समर्थन में आंदोलन कर रहे कांग्रेसियों और बंद का विरोध कर रहे भाजपायियों में आखिरकार रेलवे स्टेशन के सामने एक चाय की दुकान बंद कराने का लेकर बहस के बाद झूमाझटकी हो गई। हालांकि कुछ ही देर में मामला शांत हो गया।
हुआ यूं कि स्टेशन के सामने वर्मा टी स्टाल पर बैठकर कुछ भाजपा कार्यकर्ता राहुल चौरे, राकेश जाधव व हन्नू बंजारा आदि चाय पी रहे थे उसी दौरान वहां से नारेबाजी करते हुए निकले। इस बीच एक युवा कांग्रेसी ने दुकान बंद करने का कहकर शटर गिरा दिया। यह देख भाजपायी दुकान खोले रखने का प्रयास करते रहे और उनमें झूमाझटकी हो गई। हालांकि वरिष्ठ नेताओं की समझाईश से मामला आगे नहीं बढ़ा।
it7617.01इससे पहले सुबह चावल बाजार में भी दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आमने सामने हुए थे लेकिन वहां सिर्फ नारेबाजी होती रही। सन 1989 के बाद, भाजपा और कांग्रेस के नेता किसी आंदोलन में एक दूसरे के आमने सामने आए और नारेबाजी करके शक्ति प्रदर्शन किया। सुबह से बाजार बंद कराने में जुटे कांग्रेसियों की मेहनत पर पानी फेरने करीब 10.30 बजे नगर भाजपा मैदान में उतरी। कुछ व्यापारियों ने कहा कि दुकानें खोले हम साथ हैं। हालांकि बाजार तब भी नहीं खुला। जिस वक्त भाजपा का काफिला चावल बाजार से दुकान खुलवा रहा था पीछे से कांग्रेसियों का समूह भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पहुंचे। दोनों दल के लाग आमने सामने हो गए और एक तरफ शिवराज सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे तो भाजपा की ओर से भारत माता की जय का नारा गूंज रहा था। लगभग 15 मिनिट तक दोनों दलों के नेता नारेबाजी करते रहे और पुलिस टकराव का टालने की कोशिश करती रही। आखिरकार पुलिस का कोशिश रंग लाई और कांग्रेसी नारेबाजी करते हुए तुलसीचौक बड़ा मंदिर तरफ चले गए जबकि भाजपा कार्यकताओं ने सराफा की ओर रूख कर लिया इस विवाद को टाल दिया गया।

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