कृषि उपज मंडी में हुआ कार्यक्रम…
फैक्ट फाइल
जिले में 37 हजार 355 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया
अब तक 27,529 किसान अपनी फसल बेच चुके हैं
छह किसानों को प्रदान किए राशि के प्रमाण पत्र
इटारसी। जब भावांतर योजना शुरु हुई थी, किसानों में काफी संशय था। लेकिन, हमने तब भी कहा था कि जब किसानों के खाते में भावांतर की राशि आने लगेगी, लोगों को यकीन होने लगेगा। हम भी किसान हैं, जानते हैं कि सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। हमारे जिले को भावांतर में 27 करोड़ 76 लाख रुपए की राशि आज ही भुगतान की जा रही है।
यह बात मप्र विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने यहां कृषि उपज मंडी परिसर में भावांतर भुगतान योजना के भुगतान कार्य के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने फसल का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया। पहले एकाध फसल होती थी, अब कई फसलें होने लगीं, बिजली भी पर्याप्त मिल रही है, प्रकृति के प्रकोप के बावजूद उत्पादन बढ़ा है। जब उत्पादन बढ़ता है तो दाम स्वभाविक घटते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री ने किसानों को नुकसान न हो, भावांतर योजना बनाकर लागू की है। जिले में 37 हजार 355 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया और इसमें से 27,529 किसान अपनी फसल बेच चुके हैं।
सांसद राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में किसानों के हित की सरकार है। किसानों को सरकार की किसान हितैषी योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए। पूर्व मंत्री और सिवनी मालवा विधायक सरताज सिंह ने कहा कि किसानों को होने वाले नुकसान की भरपायी के प्रयास किए जा रहे हैं, बीमा के माध्यम से। उन्होंने कहा कि बीमा योजनाओं में भी सुधार की आवश्यकता है। श्री सिंह ने कहा कि किसान को सही समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है, कई बार लागत भी नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति सुधारने के लिए बीमे का प्रीमियम सरकार को भरना चाहिए। पहले भी तो बोनस दिया जाता था। इस पर विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान की आत्महत्या से बड़ा कलंक देश के माथे पर दूसरा नहीं है। उन्होंने कहा कि हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं, किसानों को फसल के दाम बढ़े मिलने लगेंगे तो कौन सी आफत आ जाएगी? उन्होंने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट लागू करने की जरूरत बतायी।
भावांतर समिति के जिला सदस्य पीयूष शर्मा ने बताया कि आज 30 नवंबर 17 तक की फसल बिक्री का भुगतान किया। उन्होंने कहा कि जिले में 3 लाख किसान हैं, लेकिन केवल 12 फीसदी ने इस योजना में पंजीयन कराया। उन्होंने कहा कि किसान किसी के बहकावे में न आएं, सरकार की योजनाओं का लाभ लेने आगे आएं।
इस अवसर पर कलेक्टर अविनाश लवानिया, कृषि उपसंचालक जितेन्द्र सिंह, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल, जनपद होशंगाबाद अध्यक्ष संगीता सोलंकी, मंडी अध्यक्ष विक्रम तोमर, होशंगाबाद मंडी अध्यक्ष जानकी मीना, भाजपा इटारसी मंडल अध्यक्ष नीरज जैन, अनिल बुंदेला सहित अनेक लोग उपस्थित थे। संचालन सुनील बाजपेयी ने किया।
इनको दिए प्रमाण पत्र
परमानंद पटेल म्याऊगांव सिवनी मालवा 78, 987 रुपए, शिवनाथ सिंह हमीदपुर सिवनी मालवा 48, 464 रुपए, टीकाराम परसवाड़ा सिवनी मालवा 90,055 रुपए, रामनारायण पटेल दमदम केसला, 48000 रुपए, रामविलास मेहतो तीखड़ केसला 25, 500 रुपए और शैलेन्द्र सिंह लोहारिया केसला को 21,357 रुपए के प्रमाण पत्र अतिथियों ने कार्यक्रम में प्रदान किए। इनकी भावांतर राशि इनके खाते में जमा करायी गई है। शेष सभी की राशि भी खाते में प्रदान की गई है और मंडी के माध्यम से इनको प्रमाण पत्र भी मिल जाएंगे।
जिले भावांतर के किसान
होशंगाबाद जिले में भावांतर योजना के अंतर्गत 37 हजार 355 किसानों ने अपनी उपज विक्रय के लिए पंजीयन कराया था। इनमें कुल 28, 529 किसानों ने अपनी उपज का विक्रय किया है। 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक कुल 1884 कृषक संख्या रही और 16 से 31 अक्टूबर तक किसानों के खाते में 2.94 करोड़ रुपए की राशि स्थानांतरित की गई। इसी तरह से 1 नवंबर से 30 नवंबर तक के बीच विक्रय करने वाले कुल 11,867 किसानों ने उपज विक्रय किया और 6 जनवरी, यानी आज तक किसानों के खाते में 27.76 करोड़ रुपए की राशि स्थानांतरित की है।
मंडीवार राशि की जानकारी
कृषि उपज मंडी समिति पिपरिया के अंतर्गत 1527 किसानों के खाते में 4,06,02,607 रुपए, सेमरी हरचंद 243 किसान, राशि 53,00,182, बनखेड़ी के 147 किसानों के खाते में 32, 78,236, इटारसी मंडी के 3484 किसानों के खाते में 6,64,51,808 रुपए, इस तरह से 10,583 किसानों को 23, 64,81, 904 रुपए की राशि जमा करायी गई। 1171 किसान जिले से बाहर के होने के कारण उनका भुगतान संबंधित जिलो से किया जाएगा।