इटारसी। जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा आज गुरुवार को शहर से सटे ग्राम मेहरागांव में परंपरागत श्रद्धा और भक्ति के साथ निकाली गयी। रथयात्रा में गांव के साथ ही शहर के नाला मोहल्ला, नयायार्ड क्षेत्र के सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर भगवान का रथ खींचा।
जगन्नाथ के भात को जगत पसारे हाथ और जय-जय जगन्नाथ के जयघोष के साथ भगवान जगन्नाथ के जयघोष के साथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का आयोजन ग्राम मेहरागांव में किया गया। रथ यात्रा से पूर्व गांव के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री राधाकृष्ण मंदिर के सामने रघुवीर सिंह पटेल के निवास पर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की गई। पंडित द्वारिकाप्रसाद शर्मा के वेद मंत्रोच्चार के साथ इस मंदिर में स्थापित भगवान जगन्नाथ उनके भाई बलदाऊ एवं बहन सुभद्रा की प्रतिमाओं का अभिषेक कार्यक्रम संयोजक सोनू पटेल ने सपत्नीक किया। अभिषेक के उपरांत भगवान जगन्नाथ सहित तीनों भाई-बहन सुंदर रथ पर सवार होकर आतिशबाजी और बाजे-गाजे के साथ निकले और गांव में भ्रमण किया। उनके रथ को जहां नर श्रद्धालु अपने हाथों से खींचकर आगे बढ़ रहे थे तो वहीं रथ के पीछे सैंकड़ों श्रद्धावान नारियां भक्तिगीत गाते हुए चल रही थीं। युवक भी भक्ति में नृत्य कर रहे थे। भगवान जगन्नाथ की इस रथयात्रा में करीब आधा दर्जन घोड़े भी नृत्य करते चल रहे थे जो भक्तों में आकर्षण का केन्द्र बने थे।
रथयात्रा जब पंचायत तिराहे पर पहुंची तो ग्राम पंचायत मेहरागांव की ओर से सरपंच जितेन्द्र पटेल, पंच हरिओम सराठे एवं पूर्व सरपंच राकेश चंदेले ने भगवान की पूजा-अर्चना कर समस्त श्रद्धालुओं का आत्मीय स्वागत किया और श्री जगन्नाथ के रथ को अन्य भक्तों के साथ खींचकर भगवान से समूचे गांव के सुख-समृद्धि की कामना की। यह रथयात्रा गांव के प्रमुख मार्गों का भ्रमण कर रही थी जहां प्रत्येक घर के सामने महिलाएं यात्रा की अगवानी कर भगवान की पूजा-अर्चना कर रही थीं, लेकिन जिन संकरी गलियों में यह रथयात्रा नहीं जा सकती थी वहां की महिलाएं मुख्य मार्गों पर एकत्र होकर सामूहिक रूप से भगवान की आरती उतारकर रथ के पीछे चल रही भक्त महिलाओं में शामिल हो जाती थीं। यह रथयात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थी श्रद्धालुओं को सैलाब भी बढ़ते जा रहा था। इसके चलते महज आधा किलोमीटर का सफर तय करने में रथयात्रा को तीन घंटे का समय लगा। रथयात्रा में पीछे एक प्रसाद वाहन भी चल रहा था जिसमें भगवान जगन्नाथ की वह खिचड़ी बांटी जा रही थी, जिसके बारे में कहावत है कि जगन्नाथ के भात को जगत पसारे हाथ। यह रथयात्रा दोपहर 3 बजे संपन्न हुई जिसमें शामिल श्रद्धालुओं एवं सहयोग करने वालों का पटेल परिवार से आभार व्यक्त किया।