इटारसी। पहली जून से रेलों का सफर फिर से शुरु होगा। रेलों के सफर की तैयारियां हो गयी हैं। शनिवार को स्थानीय प्रशासन और रेलवे ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक बैठक की और रेलों के नियमित संचालन के दौरान की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा कर अंतिम दौर की तैयारियों को देखा। इस दौरान स्टेशन प्रबंधक राजीव चौहान के साथ ही एसडीएम सतीश राय, आरपीएफ इंस्पेक्टर देवेन्द्र सिंह, जीआरपी थाना प्रभारी बीएस चौहान, सिटी पुलिस से एसडीओपी महेन्द्र मालवीय, टीआई दिनेश सिंह चौहान, डीसीआई बीएल मीना के अलावा रेलवे के डाक्टर्स और रेलवे के कमर्शियल विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
दो माह से अधिक समय के लॉकडाउन की अवधि 31 मई को खत्म होने के बाद बाद एक बार फिर 1 जून से रेलवे नियमित ट्रेनों का संचालन शुरू करेगा। यात्रियों को सफर के लिए कंफर्म टिकट लेना जरूरी होगा ही, साथ ही रेलवे की जारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करना होगा। सफर के दौरान यात्रियों को चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा, स्टेशन पर ट्रेन के टाइम से डेढ़ घंटे पहले पहुंचना होगा। स्टेशन पर पहुंचने पर उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी और बाहर से आने वाले यात्रियों की भी स्क्रीनिंग होगी।
आने-जाने के लिए अलग रास्ते
शहर से जाने वाले यात्रियों के लिए अलग और बाहर से आकर शहर में जाने वाले यात्रियों के लिए अलग व्यवस्था की जा रही है। जो लोग शहर से बाहर जाने के लिए रेलों का सफर करने रेलवे स्टेशन पर आएंगे उनकी यहां स्क्रीनिंग होगी और रेलवे की गाइड लाइन का पालन करते हुए उनको स्टेशन के भीतर यानी प्लेटफार्म पर जाने के लिए मुसाफिरखाने तरफ से सीढिय़ों के जरिये प्रवेश दिया जाएगा। जो यात्री ट्रेनों के जरिये बाहर से इटारसी शहर में आएंगे उनकी स्क्रीनिंग स्टेशन के फुट ओवरब्रिज पर होगी इसके बाद ही उनको एस्केलेटर से बाहर किया जाएगा।
रेलवे और नगर प्रशासन की भूमिका
रेलवे स्टेशन पर प्रवेश के लिए सीढिय़ों के पास रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीम स्क्रीनिंग के लिए तैनात रहेगी जबकि आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग नगर प्रशासन की टीम एस्केलटर के पास करेगी। फुट ओवरब्रिज को एक लाइन खींचकर दो हिस्सों में बांटा जाएगा और स्टेशन के भीतर जाने वाले सीढिय़ों से चढ़कर बायें तरफ से जाएंगे और रेलवे स्टेशन से बाहर आने वाले यात्रियों को एस्केलेटर तरफ के हिस्से से बाहर आना होगा। न तो फुट ओवरब्रिज पर अधिक भीड़ जुटने देंगे न ही प्लेटफार्म पर। यात्रियों को स्क्रीनिंग के बाद एक-एक करके छोड़ा जाएगा।
दो ट्रेनें एक साथ तो होगा ये
दो ट्रेनें एक साथ दो अलग-अलग प्लेटफार्म पर आ गयीं तो जो ट्रेन पहले आयी है, उसके यात्रियों को प्लेटफार्म से पहले बाहर लाकर उनकी स्क्रीनिंग के बाद जब तक उस ट्रेन के यात्री बाहर न हो जाएं, दूसरी ट्रेन के यात्रियों को प्लेटफार्म से बाहर नहीं करेंगे। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के साथ इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा रहेगी। पहले दिन हालांकि इटारसी स्टेशन पर दिन में दो ही ट्रेनें आएंगी जो सबसे निकट रेलवे स्टेशनों से निकलेंगी। माना जा रहा है कि पहले जबलपुर से जनशताब्दी सुबह 9:15 बजे आएगी और दूसरी ट्रेन शाम को 7:30 बजे पुष्पक एक्सप्रेस आएगी।
डेढ़ घंटे पहले आना होगा
इटारसी रेलवे स्टेशन से अप और डाउन में लगभग 36 ट्रेनों का आगमन होगा। यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर डेढ़ घंटे पहले पहुंचना होगा। इस अवधि में यदि यात्री नहीं आता है तो उसको प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यात्री की स्वास्थ्य जांच होगी, फिर उसकी टिकट की जांच के बाद प्लेटफार्म नंबर बाहर ही बताया जाएगा और प्लेटफार्म पर कोच कहां होगा इसकी जानकारी देकर भीतर भेजा जाएगा। सारी औपचारिकताओं में काफी वक्त लगेगा। ट्रेन आने से डेढ़ घंटे पहले यात्री को पहुंचना होगा, कोई कुछ लेट भी हुआ तो उसे ट्रेन डिपार्चर से आधा घंटे पहले आना ही होगा।
ये है रेलवे की एडवायजरी
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए रेलवे भी किसी प्रकार का जोखिम लेना नहीं चाहता है। सुरक्षित यात्रा की दृष्टि से रेलवे ने भी ट्रेन में बीते कुछ दिनों से हो रही घटनाओं को देखते हुए भारत सरकार ने रेल मंत्रालय को एडवाइजरी जारी की है। जारी एडवायजरी में यात्रियों से कहा गया है कि पहले से बीमार (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कर्करोग, कम प्रतिरक्षा) वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, जब तक बहुत जरूरी न हो, रेल यात्रा करने से बचें।
खुला परिसर है चुनौती
इटारसी रेलवे स्टेशन का खुला परिसर सुरक्षा एजेंसियों के लिए हमेशा से ही चुनौती रहा है। रेलवे के श्रमिक एक्सप्रेस संचालन के अनुभव अच्छे नहीं हैं। कई घटनाएं ऐसी हुई हैं जिसमें यात्री रेलवे स्टेशन आने के पूर्व ही आउटर से उतरकर अपने घरों को चले गये और उनके कारण ही कोरोना तेजी से फैलना शुरु हुआ है। इटारसी में भी बंगलिया, नई गरीबी लाइन, जुझारपुर और नाला मोहल्ला आउटर ऐसी चुनौतियां पेश करेंगे। इसके लिए आरपीएफ ने यहां जवानों की ड्यूटी लगाने की योजना बनायी है। इसके लिए सभी आउटर पर आरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे।