होशंगाबाद। कमिश्नर उमाकांत उमराव के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में नर्मदापुरम संभाग के हरदा, बैतूल, होशंगाबाद जिले में पिछले छह माह से चल रहे हिरण्यगर्भा मातृ मुस्कान अभियान में हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं का स्वस्थ एवं सुरक्षित प्रसव कराकर मातृ एवं शिशु-मृत्यु की दर में कमी लाने का प्रयास किया जा रहा है। अभियान में आश्चर्यजनक रूप से संभाग के हरदा, होशंगाबाद एवं बैतूल जिले में मातृ-मृत्य एवं शिशु-मृत्यु की दर में कमी आई है।
अभियान के अंतर्गत लगातार मेडीकल आफीसर एवं उनकी पूरी टीम तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी की टीम हाईरिस्क गर्भवती महिला के घर पर जाकर महिला एवं उसके पति, ससुुराल वालों, परिजनों को गर्भवती महिला के हाईरिस्क होने की जानकारी देते हैं और महिला, उसके पति, सास ससुर को बताते है कि क्योंकि महिला हाईरिस्क की कैटेगरी में है अत: विशेष देखभाल, पर्याप्त पोषण आहार दिया जाए,भारी काम न कराएं, पर्याप्त आराम करने देंं। चिकित्सको एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम गृहभेंट इसलिए करती है क्योंकि यदि हाईरिस्क महिला को समझाया भी जाए कि उसे विशेष देखभाल एवं खानपान की आवश्यकता है। गृहभेंट के दौरान परिजनों के समक्ष ही महिला के स्वास्थ्य की जांच की जाती है। उसे आयरन की गोली व आगंन बाड़ी केन्द्र से दलिया, खिचड़ी, पौष्टिक आहार दिया जाता है। अब तक संभाग में अनेक हाईरिस्क गर्भवती महिला को स्वस्थ महिला की श्रेणी में लाकर उसका स्वस्थ प्रसव कराया है।
इस अभियान को गति देने के लिए कमिश्नर उमाकांत उमराव के निर्देश पर हरदा, बैतूल, होशंगाबाद जिले में वाट्स एप ग्रुप बनाया है। सभी ब्लाक मेडीकल आफीसर्स एवं परियोजना अधिकारी जब महिला के घर जाकर परिजनों से गृहभेंट करते हंै तो उसकी फोटो हिरण्यगर्भा मातृ मुस्कान अभियान के वाट्स एप ग्रुप में डालते हैं। वाट्स ऐप के माध्यम से कमिश्नर श्री उमराव तक सभी हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं की जानकारी सीधे पहुंच जाती है।