होगा बारह ज्योर्तिलिंगों का निर्माण एवं पूजन

Post by: Manju Thakur

इटारसी। विगत 28 जुलाई से श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लक्कडग़ंज में भगवान शिव का पूजन एवं रूद्राभिषेक प्रारंभ हुआ था, जिसका विश्राम रविवार को हुआ। मुख्य आचार्य पं. सत्येन्द्र पांडेय आचार्यगण पं. अतुल मिश्रा, पं. पीयूष पांडेय, अमित दुबे, पं. रूपेष शर्मा एवं प्रख्यात प्रवचनकर्ता पं. मनमोहन शास्त्री ने 16 दिवसीय आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस धार्मिक आयोजन के लिए 7 पवित्र नदियों का जल एकत्र करना, अरब सागर से जल बुलवाना एवं प्रमुख तीर्थ स्थलों की मिट्टी को एकत्र करना एक कठिन कार्य होता है। उसके बावजूद भी ब्राम्हणों के द्वारा इस कार्य को सफलता से कराया जाता है। सोमवार से नर्मदांचल के जाने माने शिव सागर एवं नर्मदांचल में सबसे पहले पार्थिव ज्योर्तिलिंग का पूजन एवं अभिषेक की शुरूआत करने वाले पं. जीवनलाल शास्त्री एवं उनके साथियों के द्वारा सोमवार से 21 अगस्त तक कुल 9 दिनों में बारह ज्योर्तिलिंगों का निर्माण पूजन एवं रूद्राभिषेक किया जाएगा। द्वितीय चरण की सभी तैयारियां पूर्ण हो गई है।

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