डिस्ट्रिक्ट कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का प्रभावी क्रियान्वयन
होशंगाबाद। जिला चिकित्सालय में बनाएं गए डिस्ट्रिक्ट कोविड कमांड (District Covid Command) एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से जिले के होम आइसोलेट कोरोना संक्रमित मरीजों की 24 घंटे सातों दिन सघन निगरानी की जा रही हैं। कलेक्टर धनंजय सिंह (Collector Dhananjay Singh) के दिशा निर्देशन में डीसीसीसीसी का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा हैं।
पांच डॉक्टरों की टीम कर रहीं मरीजों की निगरानी
डिस्ट्रिक्ट कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पांच आयुष डॉक्टरों की टीम द्वारा मरीजों की सघन निगरानी की जा रहीं हैं। जिला कम्युनिटी मोबालाईजर शैलेंद्र शुक्ला (District Community Mobilizer Shailendra Shukla) एवं आरबीएसके कोऑर्डिनेटर श्रीमती कविता साल्वे को डीसीसीसीसी का नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा आयुष चिकित्सक डॉक्टर अश्विनी राजपूत, डॉ रविंद्र पाराशर, डॉ विधि तिवारी, डॉ रुपाली तिवारी एवं डॉक्टर जी डी यादव की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई गई हैं।
दिन में 3 बार वीडियो कॉलिंग से हो रही मरीजों की देखभाल
आयुष चिकित्सक डॉक्टर अश्विनी राजपूत (Ayush doctor doctor ashwini rajput) ने बताया कि वर्तमान में पूरे जिले में कुल 174 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं, प्रत्येक मरीज की दिन में 3 बार वीडियो कॉलिंग के माध्यम से देखभाल की जा रही है और गंभीर लक्षण दिखाई देने पर संबंधित ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर से संपर्क कर 108 पब्लिक एम्बुलेंस के माध्यम से तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया जा रहा हैं। अभी तक 66 ऐसे मरीजों को जिन्हें किसी प्रकार की स्वास्थ संबंधी समस्या हुई थी उन्हें होम आइसोलेशन से विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया जा चुका है।
गर्म पानी पीने, भाप लेने, आयुष औषधियों सहित अन्य आवश्यक उपाय अपनाने की दी जा रही सलाह
डॉक्टर अश्विनी राजपूत ने बताया कि डीसीसीसीसी के द्वारा होम आइसोलेट मरीजों से उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जाती और उन्हें आवश्यक उपायों को अपनाने की सलाह दी जा रहीं हैं। उन्होंने बताया कि वीडियो कॉलिंग के माध्यम से मरीजों से स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछे जाते है कि उन्हें पिछले 24 घंटे में बुखार तो नहीं आया है, टेंपरेचर कितना है, खासी तो नहीं हो रही, क्या उन्हें सांस लेने में दिक्कत हैं, spo2 कितना है, सहित अन्य कोई समस्या तो नहीं हो रही हैं। साथ ही उन्हें गर्म पानी पीने, भाप लेने, गर्म पानी में नमक डालकर गार्गल करने ,आयुष औषधियों का सेवन करने, घरों से बाहर न निकलने आदि आवश्यक उपायों को अपनाने की सलाह दी जा रही हैं।