इटारसी। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से उठे नये वेदर सिस्टम (Weather System) से मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) तर-बतर है। विगत 48 घंटे से भी अधिक समय से लगातार कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश हो रही है। पिछले चौबीस घंटे में पचमढ़ी (Pachmarhi), नर्मदापुरम (Narmadapuram), बैतूल (Betul) और इंदौर (Indore) समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में पूर्वी एवं मध्य मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में वर्षा की गतिविधियों में कमी आने के आसार हैं।
मौसम विभाग (Meteorological Department)ने आगामी चौबीस घंटे में भी कई जगह अप्रत्याशित वर्षा, अत्यधिक भारी और भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी बंगाल की खाड़ी, ओडिशा तट (Odisha Coast) के आसपास से लो प्रेशर एरिया (Low Pressure Area) एक्टिव (Active) है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम (Cyclonic Circulation System) भी है। मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इन सभी मौसम प्रणालियों के चलते प्रदेश में अच्छी बारिश के संकेत हैं। 18 सितंबर को भी बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक और चक्रवात बनने से बारिश का दौर इस माह के अंत तक चल सकता है।
इन जिलों में होगी बारिश
- रेड अलर्ट – खरगोन, अलीराजपुर और झाबुआ जिलों में कहीं-कहीं अप्रत्याशित वर्षा, वज्रपात, आकस्मिक बाढ़ (204.5 मिमी से अधिक स्टेशन के विगत रिकार्डों से ज्यादा)।
- रेड अलर्ट – मंदसौर, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास जिलों में कहीं-कहीं अत्यधिक भारी वर्षा, वज्रपात, आकस्मिक बाढ़ (204.5 मिमी से अधिक)।
- आरेंज अलर्ट – नीचम, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, शाजापुर, आगर जिलों में कहीं-कहीं अतिभारीवर्षा (115.6-204.4 मिमी)।
- यलो अलर्ट – रायसेन, भोपाल, राजगढ़, दतिया, भिंड, मुरैना तथा श्योपुरकलॉ जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से भारी वर्षा, वज्रपात (50-115.5 मिमी)।
- यलो अलर्ट- गरज-चमक वाले जिले सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर जिलों में कहीं-कहीं।
- सामान्य वर्षा – भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, सागर, रीवा एवं शहडोल जिलों में अनेक स्थानों पर।