अनुभूति कार्यक्रम में बच्चों ने लिया वन, वन्यजीवों और वनस्पति का ज्ञान

Post by: Rohit Nage

इटारसी। वन परिक्षेत्र सुखतवा (Forest Range Sukhtawa), वन मंडल नर्मदापुरम (Forest Division Narmadapuram) (सामान्य) में हिरण चापड़ा नर्सरी (Hiran Chapra Nursery), एवं बीट केसला (Kesla) में बांग्लापुरा (Banglapura) के पास अनुभूति कैंप में शासकीय हायर सैकंड्री विद्यालय सुखतवा (Government Higher Secondary School Sukhtawa), सोमूखेड़ा (Somukheda) के 32 छात्र एवं 70 छात्राओं सहित कुल 102 छात्र-छात्राओं एवं 05 शिक्षकों ने भाग लिया।

प्रेरक रामकिशोर चौरे (Prerak Ramkishore Chaure) सेवानिवृत्त उप वन मंडल अधिकारी, राधा पवार ((Radha Pawar)) जनपद सदस्य, सरपंच दुर्गेश धुर्वे चारटेकरा, नेहरूलाल कलमे सरपंच कोहदा, अनुभूति प्रेरक सतीश झंझोट वनरक्षक ने छात्रों को पक्षी दर्शन, अनुभूति कार्यक्रम के उद्देश्य, ‘मैं भी बाघ’ थीम पर इस वर्ष अनुभूति कार्यक्रम के बारे में जानकारी देकर ‘मैं भी बाघ’ गीत का ऑडिया श्रवण कराया। छात्रों को प्रकृति पथ भ्रमण पर पेड़-पौधों, लताओं, औषधीय महत्व के पौधों के बारे में जानकारी दी।

वन क्षेत्र में भूमि एवं जल के संवर्धन हेतु किए गए कार्यों कंटूर ट्रेंच, चेकडेम आदि के बारे में जानकारी दी गई। वन विभाग के पदों के बारे में और वन विभाग में भर्ती प्रक्रिया की जानकारी, विभाग की कार्यप्रणाली, कार्य योजना की जानकारी दी। वन्य प्राणियों, सर्प की महत्व, दीमक, मकड़ी, तितली आदि कीटों के प्रकृति में महत्व को बताया। अधिकारियों ने इको टूरिज्म, मिशनलाइफ पी-3 जीवन शैली एवं वन विभाग से संबंधित अनेकों महत्वपूर्ण जानकारियां देते हुए छात्रों को पॉलिथिन का उपयोग नहीं करने व पर्यावरण हितैषी व्यवहार आत्मसात करने प्रेरित किया।

औषधीय जड़ी बूटियों के सैंपल बतलाकर उनके औषधीय महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। अनुभूति प्रेेरक द्वारा मेरा जंगल कार्ड गेम, रंगोली एवं चित्रकला, कपड़े से झोला बनाना, आदि की रोचक जानकारी दी गई। के अंत में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा समस्त छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। समूह फोटो एवं राष्ट्रगान के पश्चात कार्यक्रम का समापन किया गया।

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