कलेक्टर ने केसला के ग्राम मोरपानी, कासदारैयत, भरगदा, चौकीपुरा का किया भ्रमण

Post by: Rohit Nage

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  • मोर पानी में अमृत सरोवर झाड़ बाबा का निरीक्षण कर यूजर ग्रुप की महिलाओं से चर्चा की
  • कासदा रैयत में चौपाल लगाकर महिलाओं द्वारा लगाए आम, संतरे, नींबू का प्लांटेशन देखा
  • केसला ब्लॉक के ग्राम भरगदा में कस्टम हायरिंग सेंटर को सशक्त बनाने के दिए निर्देश

इटारसी। कलेक्टर सोनिया मीना ने आज प्रशासनिक अमले के साथ केसला आदिवासी अंचल के ग्राम मोरपानी, कासदा रैयत, भरगदा, और चौकीपुरा का भ्रमण किया। इस दौरान मोरपानी में अमृत सरोवर झाड़ बाबा का निरीक्षण कर वहां यूजर ग्रुप की महिलाओं से चर्चा की। कासदा रैयत में राष्ट्रीय आजीविका समूह की महिलाओं की चौपाल लगाकर महिलाओं के द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली तथा समूह की महिलाओं के द्वारा लगाए गए आम, संतरे, नींबू के पौधों का अवलोकन किया।

भरगदा में कस्टम हायरिंग सेंटर में स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर कस्टम हायरिंग सेंटर को सशक्त बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कस्टम हायरिंग सेंटर की ओनरशिप महिलाओं को ही दी जाएगी। यहां पर कृषि से संबंधित सभी उपकरण, खाद बीज वाजिब कीमत पर किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। ग्राम मोर पानी में अमृत सरोवर योजना के तहत नरेगा एवं ईआरएएस के सहयोग से बनाए गए अमृत सरोवर झाड़ बाबा का निरीक्षण किया। अमृत सरोवर के समीप में महिलाओं के यूजर ग्रुप द्वारा न्यूट्रस गार्डन एवं ग्रीन वेजिटेबल लगाया जाता है। थोड़े से क्षेत्र में मछली पालन भी किया जा रहा है। महिलाओं ने बताया कि बरसात में अमृत तालाब लबालब भर जाता है। छोटा डाबरा एवं डाबरी में मछली पालन एवं सरोवर के किनारे सब्जी का उत्पादन कर यूजर ग्रुप की महिलाएं प्रतिवर्ष डेढ़ से दो लाख रुपए की आय अर्जित करती हैं, अब ग्रामीण साल में तीन फसल लेते हैं।

अमृत सरोवर में पानी की उपलब्धता से वाटर लेवल भी अच्छा है। गांव के 17 हैंड पंप सभी चालू स्थिति में है। ग्रामीण समीप के तालाब में मछली पालन भी करते हैं, इस समय 15 हजार मछली के बीज तालाब में डाले गए हैं। यूजर ग्रुप की महिलाओं ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र में गोली एवं दवाइयां तो मिलती हैं लेकिन इंजेक्शन नहीं मिलता है। गंभीर बीमारी में केसला स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है। केसला के बीएमओ आरएस मीणा ने बताया कि मोरपानी स्वास्थ्य केंद्र में 11 प्रकार की जांच होती हंै। उन्होंने यूजर ग्रुप की महिलाओं से कहा कि वह अपने हीमोग्लोबिन, सर्दी, खांसी एवं अन्य 11 प्रकार के बीमारियों का परीक्षण स्वास्थ्य केंद्र में करा सकती हैं। वर्तमान में दो कुपोषित बच्चों को केसला के एनआरसी में भेजा गया है।

मोर पानी में है तेंदूपत्ता संग्राहकों की समिति

यूजर ग्रुप की महिलाओं ने बताया कि मोर पानी में तेंदूपत्ता संग्राहकों की समिति भी है। 200 गड्डी तेंदूपत्ता में 800 रुपए तक की आमदनी होती है। तेंदूपत्ता वन विभाग के सहयोग से विक्रय किए जाते हैं। राशि सीधे हितग्राही के बैंक खाते में आ जाती हैं। उन्होंने यूजर ग्रुप की महिलाओं एवं ग्रामीणों के कार्यों की सराहना की और कहां की महिला सशक्तिकरण में मोर पानी की महिलाएं अद्भुत हैं और प्रेरणादायी है। कलेक्टर ने मोर पानी में आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। सीएचओ ने बताया कि उन्हें इंजेक्शन लगाने की ट्रेनिंग नहीं मिली है, इसलिए केवल मरीज को गोली और दवाइयां ही देते हैं। ग्राम कासदा रैयत में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा संचालित स्व सहायता समूह की महिलाओं की चौपाल लगाकर उनकी समस्याएं जानी। महिलाओं ने बताया कि ग्राम में पानी की समस्या है, लेकिन इसके बावजूद भी महिलाओं ने फलदार पौधे लगाए हैं।

वर्तमान में 23 किसानों ने फलदार पौधे लगाए हैं। 40 किसानों को नींबू एवं संतरे के पौधे दिए गए हैं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत ने बताया कि यदि सही वर्क किया तो आगे जाकर फलदार पौधों से महिलाओं को लाखों रुपए की आमदनी प्राप्त होगी। कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए की यदि शासन से कोई प्रोजेक्ट आता है तो उसमें लिफ्ट इरीगेशन का कार्य अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए। बताया गया कि सुखतवा नदी से लिफ्ट कराकर पानी लाया जाता है। बताया कि इंटेक बनाकर भी पानी रोकने का प्रयास किया जाएगा। यदि नदी सूख भी गई तो जमीन में इतना पानी रहता है कि उसका उपयोग किया जा सकता है। भरगदा में महिला स्वयं सहायता समूह की लगभग 370 महिलाएं सेनेटरी पैड, अचार यूनिट, अगरबत्ती निर्माण, फलदार पौधे का प्लांटेशन, जैविक सब्जी का उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन, खिलौनो का निर्माण, मसाला यूनिट, साबुन, तेंदूपत्ता संग्रहण, गोबर खाद बनाने का कार्य कर रही हैं और इससे अपनी आजीविका कमा रही है। जल्दी मिलेट यूनिट महिलाओं द्वारा स्थापित किया जाएगा। गौशाला स्थापित कर केंचुआ खाद बनाने का कार्य किया जाएगा निरीक्षण के दौरान इटारसी के एसडीएम प्रतीक राव, अधीक्षक यंत्री ईआरएएस श्री मिर्धा, नायब तहसीलदार रघुवंशी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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