- – कांग्रेस ने किसान न्याय यात्रा निकालकर लगाये कई आरोप
- – सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग
- – नगर कांग्रेस कार्यालय से कृषि मंडी तक पैदल पहुंचे कांग्रेसी
इटारसी। नगर कांग्रेस कमेटी ने आज करीब चार किलोमीटर पैदल चलकर इटारसी पहली लाइन से कृषि उपज मंडी तक पदयात्रा के माध्यम से किसान न्याय यात्रा निकालकर प्रदेश और स्थानीय स्तर की समस्याओं की ओर प्रशासन का ध्यान दिलाकर उनके जल्द से जल्द निराकरण की मांग की है।
किसान न्याय यात्रा में जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिवाकांत पांडेय, नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जैसवाल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीलम गांधी, रविकिशोर जैसवाल, पूर्व नगर कांग्रेस अध्यक्ष पंकज राठौर, वरिष्ठ नेता अशोक जैन, संजय गोठी, अजय टप्पू मिश्रा, अजय शुक्ला, पार्षद श्रीमती सीमा भदौरिया, दिलीप गोस्वामी, लखन बैस, नारायण ठाकुर, राजेंद्र तोमर, किसान नेता विजय बाबू चौधरी, अभय दुबे, नीलेश मालोनिया, धर्मेंद्र मालवीय, मुन्ना सिद्दीकी, राकेश चंदेले, अरविंद चंद्रवंशी, अमित कापरे, मनीष चौधरी, अनिल बबलू बस्तवार, चंद्रकांत बहारे, बबलू बामने, कन्हैयालाल बामने, दिनेश बलौरिया, देवी मालवीय, जावेद खान, सोनू बकोरिया, सौम्य दुबे, अनिल रैकवार, रामशंकर सोनकर, राहुल दुबे, युवक कांग्रेस के गुफरान अंसारी, प्रहलाद आठनेरे सहित अनेक कांग्रेसी शामिल हुए।
ये भी बड़ा सवाल
इटारसी कृषि उपज मंडी में 40 निजी सुरक्षा गार्ड हैं, जो केवल कागजों पर ही कार्य कर रहे हैं और एक नेता द्वारा उक्त गार्डों का वेतन प्रतिमाह मंडी कोष से निकाल कर मौज की जा रही है। यदि 40 सुरक्षा गार्ड मंडी सुरक्षा में मौजूद हैं, तो प्रतिदिन मंडी में किसानों और व्यापारियों का अनाज चोरी क्यों हो रहा है, यह जांच का विषय है। रात्रि के समय एक भी निजी सुरक्षा गार्ड मंडी प्रांगण में नजर नहीं आता। इससे किसान एवं व्यापारी के अनाज की या तो चोरी होती है या जानवर नुकसान पहुंचाते हैं। विगत दिनों मंडी प्रांगण से चोर पानी की मोटर निकाल कर ले गये, इससे इन निजी सुरक्षा गार्डों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लग रहा है।
तौल में भी होती है चोरी
कांग्रेस का आरोप है कि इटारसी कृषि उपज मंडी में छोटे कांटे से तौल की जाती है, तो हम्माल तुलावटी मिलकर किसान की फसल 2 से 10 क्विंटल की चोरी करते हैं तथा वास्तविक वजन की तौल पर्ची जारी नहीं होती। इसकी गोपनीय जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाई जाये। मूंग जो महंगी दलहन फसल है, की नीलामी एवं तौल वर्तमान में शेडों पर लगे कैमरों की निगरानी में कराई जाये।
रात में छलकते हैं जाम
कांग्रेस का आरोप है कि इटारसी कृषि उपज मंडी दिन ढलते ही शराब का अड्डा बन जा रही है, प्रतिदिन कृषक विश्रामगृह के एक कमरे में मंडी कर्मचारियों एवं निजी सुरक्षा गार्डों की शराब पार्टी आयोजित होती है। मंडी में निरीक्षण करेंगे तो पायेंगे जगह-जगह खाली शराब और बीयर की बोतलें पड़ी हुई हैं।
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन में ये उल्लेख
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन में कहा कि मां नर्मदा की गोद में बसे नर्मदापुरम् देश में सर्वाधिक कृषि उपज के लिये मशहूर है। कुछ समय से इस क्षेत्र में किसानों को कृषि कार्य करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
- – विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में किसान का गेहूं 2700 रुपए प्रति क्विंटल, सोयाबीन 6000 रुपए प्रति क्विंटल, मोटी धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल और बासमती धान 6000 रुपए प्रति क्विंटल के दर से समर्थन मूल्य पर खरीदी का जिक्र था। आगामी दिवसों में सोयाबीन एवं धान की फसल कटने को है, पर आज दिनांक तक उनके उक्त समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी करने का आदेश जारी नहीं हुआ है।
- – भारी वर्षा, खाद बीज की कमी से किसानों की फसले खासतौर पर सोयाबीन, उड़द, धान एवं अन्य दलहन खराब हो गई है और किसान इस समय भारी आर्थिक परेशानी से जूझ रहा है। सरकार द्वारा उनकी फसलों को 10 साल पुराने भाव में आज भी खरीद रही है, किसानों को भारी भरकम बिजली बिल दिये हैं, बिलों को जमा न करने पर उनके मीटर काटने से लेकर उनकी मोटर पंप जब्त करने की कार्यवाही की जा रही है।
- – इटारसी कृषि उपज मंडी मध्यप्रदेश की एक आदर्श और होशंगाबाद संभाग की सबसे बड़ी ए ग्रेड मंडी है। इस मंडी में होशंगाबाद, बैतूल, सागर, नरसिंहपुर, भोपाल, सीहोर सहित अन्य जिलों के किसान अपनी फसल बेचने आते थे। मंडी प्रशासन की लापरवाही, उदासीनता एवं निष्क्रियता के परिणाम स्वरूप अन्य जिलों के किसान अपनी फसल लेकर इटारसी मंडी आना बंद कर रहे हैं।