इटारसी। केसला पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता अर्जित की है। अपनी पत्नी से अवैध संबंधों के शक में केसला ब्लाक के कासदा गांव के मजदूर युवक ने अपने दोस्त की मदद से अपने ही छोटे भाई को मौत के घाट उतार दिया। पहले आरोपियों ने छोटे भाई के साथ शराब पार्टी की, जब वह अधिके नशे में हो गया तो बका एवं हथौड़ी से उसकी हत्या कर दी।
आरोपियों ने हत्या को आत्महत्या साबित करने लाश को रेलवे लाइन पर रख दिया था, लेकिन पुलिस ने सबूत एवं साक्ष्यों के आधार पर हत्या के षड्यंत्र का खुलासा कर दिया। केसला टीआई श्रीनाथ झरबड़े ने बताया कि 23 अक्टूबर को केसला थाने में स्टेशन मास्टर सहेली ने एक मेमो दिया था, जिसमें बताया था कि ट्रेन नंबर 12512 राप्ति सागर एक्सप्रेस के पायलट ने एक व्यक्ति के रेलवे ट्रेक पर मृत पड़े होने की सूचना दी है। स्टेशन मास्टर से प्राप्त मेमो के आधार पर थाना केसला में मर्ग कायम कर जांच में लिया। मर्ग जांच के दौरान पुलिस को लगा कि युवक ने आत्महत्या की है, उसकी शिनाख्त गोविंद बारस्कर पिता रामेश्वर बारस्कर निवासी कासदा के रूप में हुई।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक गोविंद के पिता रामेश्वर से पूछताछ की, पूछताछ में सामने आया कि मृतक गोविंद का सगा बड़ा भाई 29 वर्षीय राकेश उर्फ जुग्गा अपनी पत्नी पर चरित्र संदेह करता था, उसे शक था कि उसके भाई गोविंद से पत्नी के अवैध संबंध हैं, इस बात को लेकर आए दिन परिवार में झगड़ा होता था, जिससे नाराज होकर राकेश की पत्नी घर छोड़कर मायके चली गई थी, इस बात पर राकेश अपने भाई गोविंद से रंजिश रखता था। हत्या की रात राकेश अपने दोस्त पिंटू उर्फ संदीप बारस्कर के साथ था, जब छोटा भाई गोविंद घर आया तो दोनों गोविंद को बाइक पर बैठाकर शराब पिलाने का कहकर रेलवे लाइन किनारे ले गए, यहां दोनों ने मिलकर गोविंद के साथ शराब पी, जब गोविंद नशे में धुत हो गया, तो पुराने रेलवे गेट कासदा में रेल पटरी पर ले जाकर पिंटू एवं राकेश ने गोविंद को लाइन पर पटक दिया, संदीप ने हाथ पकड़े, इसके बाद राकेश ने बके से हमला कर उसकी हत्या कर दी। जब गोविंद गिर गया तो उसके पैरों में हथौड़ी से लगातार हमला कर उसे मौत की नींद सुला दिया।
मौत होने के बाद दोनों ने हत्या को आत्महत्या बताने के लिए उसकी लाश रेलवे लाइन पर पटक दी। लाश पर से ट्रेन गुजरने के कारण सिर और धड़ अलग हो गया। मृतक के माता-पिता के बयानों एवं गांवों में मुखबिरों से मिले इनपुट के बाद जब पुलिस ने संदीप और राकेश से पूछताछ की तो दोनों टूट गए, इसके बाद उन्होंने हत्या की पूरी कहानी साफ कर दी। पुलिस ने खुलासे के बाद संदीप उर्फ पिन्टू बारस्कर पिता कमलसिंह बारस्कर एवं राकेश उर्फ जुग्गा पिता रामेश्वर बारस्कर निवासी कासदा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
राकेश के चाचा ने पुलिस को बताया था कि रात में उन्होंने संदीप और राकेश को बाइक से रेलवे लाइन तरफ जाते हुए देखा था, इनके वाहन पर बीच में गोविंद भी सवार था, इससे पुलिस का संदेह गहरा गया, शराब दुकान और अन्य स्थानों पर मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में सफल हो गई। आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त बका, हथौड़ी एवं घटना के वक्त पहने कपड़े, बाइक जब्त कर ली।
इस हत्याकांड के लिए एसपी डॉ. गुरकरन सिंह, एएसपी आशुतोष मिश्र के नेतृत्व में एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान द्वारा थाना प्रभारी श्रीनाथ झरबड़े, एएसआई अनिल शर्मा, सुरेन्द्र सराठे, प्रधान आरक्षक युयुत्स यादव, विनोद राजपूत, कपिल कौशल, महेश साहू, जितेन्द्र करछले, संजय नरें, अमित धुर्वे, सुरेश धुर्वे, बबलू बटके, प्रेम बडोदे, मनोज डोंगरे, चालक टिल्लू उइके, सैनिक चंद्रकांत चिमानिया, मुकेश यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।