इटारसी। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि समाज को यदि कुछ समझाना है तो उसे धर्म से जोड़ दो। पहले विज्ञान को धर्म से समझाना पड़ता था, आज समाज को कुछ समझाना है तो विज्ञान से ही समझाया जा सकता है। विज्ञान आज समाज की आवश्यकता हो गयी है। इस विज्ञान के प्रसार के लिए हमारे क्षेत्र में राजेश पाराशर जो कर रहे हैं, उनके योगदान को समाज हमेशा याद रखेगा। यह बात आज यहां ईश्वर रेस्टॉरेंट में आयोजित विज्ञान शिक्षण प्रशिक्षण को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए मप्र विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने कही।
राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भार सरकार नई दिल्ली के उत्प्रेरण एवं सहयोग से जिले के विद्यार्थियों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों को नवाचारी पद्धति से यह शिक्षण प्रशिक्षण चल रहा है। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण का समापन 19 जून को होगा। चंडीगढ़ से आए स्रोत विद्वान डॉ. एमएस मरवाह विज्ञान के छोटे-छोटे किंतु महत्वपूर्ण प्रयोग से अत्यंत रोचक और सरल तरीके से कई प्रयोग समझा रहे हैं। विज्ञान शिक्षकों के अलावा विज्ञान में रुचि रखने वाले भी इसमें शामिल हो रहे हैं।
उद्घाटन समारोह में विस अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने स्रोत विद्वान डॉ. मरवाह से कहा कि वे इस क्षेत्र में विज्ञान के प्रसार में आगे भी ऐसे कार्यक्रमों का दायित्व संभाल लें, हम इसमें पूरा सहयोग करेंगे। संचालन करते हुए प्रशिक्षण के आयोजक राजेश पाराशर ने डॉ. मरवाह का परिचय अतिथियों से कराया। मुख्य अतिथि डॉ. सीतासरन शर्मा, नपा में सभापति भरत वर्मा का स्वागत पथरोटा स्कूल के प्राचार्य वीके लवानिया ने किया। श्री पाराशर ने बताया कि डॉ. मरवाह 40 वर्ष से विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए देश और विदेश में इस तरह का प्रशिक्षण दे रहे हैं। वे यहां 16 सौ किलोमीटर की सड़क यात्रा करके कार से इटारसी प्रशिक्षण देने आए हैं, इससे जाहिर है कि विज्ञान के प्रति उनका लगाव कितना है।