इटारसी। पुरानी इटारसी निवासी पद्मा चौधरी की मौत के मामले में पद्मा के मायके वालों ने आज गांववालों के साथ होशंगाबाद जाकर एसपी को आवेदन दिया और फिर यहां इटारसी पुलिस थाने में एसडीओपी उमेश द्विवेदी से मिलने आए। हालांकि यहां एसडीओपी से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। पद्मा के मायके वालों ने कहा है कि एसडीओपी श्री द्विवेदी ने उनको बुधवार को सुबह 11 बजे बयान लेने बुलाया है।
मृतका पद्मा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष जयकिशोर चौधरी के दबाव में आकर हत्या के मामले को आत्महत्या का बना रही है और जांच भी नहीं कर रही है। इधर इस मामले में भाजपा नेता श्री चौधरी का कहना है कि उनकी छवि को खराब कराने की कोशिश की जा रही है। श्री चौधरी का कहना है कि उनकी बहू के परिजन कुछ कथित लोगों के बहकावे में आकर उन पर ये आरोप लगा रहे हैं।
पुरानी इटारसी में 21 अक्टूबर को हुई पद्मा चौधरी की मौत मामले में उसके मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस पर निष्पक्ष जांच नहीं करने का आरोप लगाया है। पद्मा के परिजनों का कहना है कि एक भाजपा नेता जयकिशोर चौधरी के दबाव में पुलिस पद्मा के ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर नहीं कर रही है। पुलिस की कार्यप्रणाली से खफा पद्मा के मायके वाले आज होशंगाबाद जाकर पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना ने मिलने वाले थे। इस दौरान एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने उनको निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस कर दिया जहां से वे इटारसी आए थे। पद्मा की मां का कहना है कि उनको बहुत देर से सूचना दी गई थी।
पदमा के भाई विक्रम चौधरी और मनोज चौधरी निवासी ग्राम तीखड़ ने कहा कि पुलिस की उदासीनता के कारण हमारा परिवार काफी दुखी है। उनका कहना है कि उनके बहन को न्याय मिलना चाहिए। पद्मा के मायके वाले 5 दिसंबर और 14 दिसंबर को एसपी आफिस में निष्पक्ष जांच के लिए आवेदन दे चुके हैं। आज फिर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। 21 अक्टूबर को हुई पदमा चौधरी की मौत पर परिजनों ने पति अंशुल चौधरी सहित परिवार के अन्य सदस्यों पर दहेज हत्या का अंदेशा जाहिर कर सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। एसडीओपी उमेश द्विवेदी ने अब उनको बुधवार को सुबह 11 बजे बयान के लिए बुलाया है।
मामले में भाजपा पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष जयकिशोर चौधरी का कहना है कि बहू पद्मा से सभी के अच्छे संबंध थे, परिवार में सभी मिलकर रहते थे। छोटे भाई से क्या विवाद हुआ इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। मेरी राजनैतिक छवि को खराब करने के लिए कुछ कथित लोगों ने बहू के परिजनों को बरगला दिया है। जिस वक्त बहू ने जहर खाकर आत्महत्या की थी, तत्काल ही उनके परिजनों को हमने बुला लिया था, उन्हीं के सामने पीएम भी हुआ, अंतिम संस्कार भी सभी ने मिलकर किया। दो माह बाद पता नहीं किन लोगों के बहकावे में आकर वे हम पर झूठा आरोप लगा रहे हैं। हमने भी आज पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।