नर्मदा-तवा के संगम पर बांद्राभान मेला प्रारंभ, 9 नवंबर को होगा समापन

नर्मदा-तवा के संगम पर बांद्राभान मेला प्रारंभ, 9 नवंबर को होगा समापन

– लाखों की संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु, प्रशासन ने की बेहतर व्यवस्थाएं
– कलेक्टर नर्मदापुरम नीरज कुमार सिंह ने किया बांद्राभान मेले का शुभारंभ
नर्मदापुरम। मां नर्मदा एवं तवा के संगम बांद्राभान में 6 नवंबर से 9 नवंबर तक बांद्राभान मेले का आयोजन किया जा रहा है। रविवार 6 नवंबर को नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने विधिवत पूजा अर्चना कर मेले का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष नर्मदापुरम भूपेंद्र चौकसे, जनपद उपाध्यक्ष मंजूलता पटेल, एसडीएम नर्मदापुरम श्रीमती मोहिनी शर्मा, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड राजेश जैन, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी निशा चौहान, तहसीलदार श्रीमती तृप्ति पटेरिया, जनपद सीईओ हेमंत सूत्रकार सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। पूजा अर्चना के पश्चात कलेक्टर श्री सिंह ने अधिकारियों के साथ मोटरबोट से मेला क्षेत्र पर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया एवं मेले के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं मेले में

उल्लेखनीय है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला सुप्रसिद्ध बांद्राभान मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन नर्मदापुरम द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई। जनपद सीईओ नर्मदापुरम हेमंत सुत्रकार ने बताया कि नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सीहोर, भोपाल, राजगढ़ एवं अन्य जिलों से मेले में आने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुये मेला स्थल के पहुंच मार्गों को दुरूस्त किया है। मुख्य घाट सहित अन्य सभी घाटों के कटाव को पाटकर समतल करते हुये मेले के रेतीले क्षेत्र में आवागमन सुलभ बनाया गया है। शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। वाहनों को व्यवस्थित करने व जाम से निजात पाने के लिये अलग-अलग स्थानों पर पांच पार्किंग बनाई गई है।

आपात स्थिति की है तैयारी

स्नान के दौरान गहरे पानी में श्रद्धालुओं को डूबने से बचाने व अन्य किसी प्रकार की आपात स्थिति से बचाव के लिए कुशल तैराकों, गोताखोरों एवं नदी में पेट्रोलिंग हेतु मोटर बोट, लाईफ जैकिट, वायरलैस सैट, वॉकी-टॉकी, सर्च लाईट वॉच टावर आदी की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा खोया-पाया केन्द्र, अस्थाई पशु चिकित्सालय, मधुमख्खी एवं सर्प इत्यादि से बचाव के लिये रेस्क्यू टीम का इंतजाम भी मेला स्थल पर है।

महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था

अस्थाई शौचालय, चलित शौचालय, स्नान के बाद महिलाओं को कपडे बदलने हेतु अस्थाई चेंजिंग बूथ भी मेला स्थल पर हैं। मेले में शांति एवं कानून व्यवस्था, भीड एवं ट्रैफिक नियंत्रण तथा हर प्रकार की अप्रत्याशित परिस्थति से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह मुस्तेद रहेगा। मेले में आने वाले यात्रियों के खाने-पीने, चाय-नाश्ते तथा रोज की जरूरतों के हिसाब से दूरस्थ क्षेत्रों से आये दुकानदारों ने दुकाने भी स्थापित की है। मनोरंजन व धार्मिक वातावरण हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम भी निरंतर संचालित रहेंगे। जनपद पंचायत क्षेत्र से संबंधित खेल, शिक्षा, साहित्य इत्यादि विधाओं में परचम लहराने वाली युवा प्रतिभाओं के सम्मान कार्यक्रम के आयोजन की भी योजना है। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक मेले की सफलता सुनिश्चित करने के लिये कलेक्टर श्री सिंह के मार्गदर्शन में समस्त इंतजाम पुख्ता व व्यवस्थित किए गये है।

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AUTHORRohit

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