हे हंसवाहिनी शारदे
हे हंसवाहिनी शारदे माँ
जीवन को इक,चाह दे मां..1
थके रुके न…, कदम मेरे..२
लक्ष्य को मेरे.., राह दे..1
हे हंसवाहिनी शारदे…
हे हंसवाहिनी शारदे माँ
मन की उर्जा,तेजोमयी हो..2
इतनी उमंग, उत्साह.. दे मां..1
योग्य बनूँ मैं, हौसला न. कम हो..2
शाश्वत सत्य का..,भान दे ..1
हे हंसवाहिनी शारदे..
हे हंसवाहिनी शारदे माँ
जीवन को मेरे इक चाह दे मां
बुध्दि को प्रखर करूं इतना मैं..2
ज्ञान को ऐसी,उड़ान दे मां..1
जो भटकूँ मैं लक्ष्य से खुदके..2
अपने स्पर्श से थाम दे..1
हे हंसवाहिनी शारदे
हे हंसवाहिनी शारदे माँ
जीवन को मेरे इक चाह दे मां
लेखिका : श्रीमति गुंजन जैन
कम्पोज़र एवं गायक- दिव्यकांता राजपूत