इटारसी। भारतीय किसान संघ जिला नर्मदापुरम (Indian Farmers Association District Narmadapuram) कल कृषि मंत्री कमल पटेल (Kamal Patel) एवं जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट (Tulsi Silavat) की उपस्थिति में होने वाले तवा महोत्सव (Tawa Mahotsav) का बहिष्कार करेगा। संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र पटेल ने बताया की जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में एवं संभागायुक्त की उपस्थिति में हुई बैठक में 25 मार्च से बायीं तट तवा नहर में पानी छोडऩे की घोषणा की थी किंतु 2 दिन पूर्व ही पानी छोडऩा जिले के किसान के साथ भेदभावपूर्ण कृत्य है।
यह है कारण
भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री उदय कुमार पांडे ने बताया कि इटारसी एवं डोलरिया तहसील के किसानों की मांग थी कि 1 अप्रैल एवं सिवनीमालवा के किसानों की मांग थी कि 25-27 मार्च से बायीं तट नहर में पानी छोड़ा जाए, इसका निर्णय संभागायुक्त की उपस्थिति में आयोजित बैठक में भी हुआ था। किंतु हठधर्मिता के चलते तय से 2 दिन पूर्व ही पानी छोडऩा कहीं न कहीं हरदा जिले के किसानों को अत्यधिक फायदा पहुंचाने की मंशा एवं नर्मदापुरम जिले के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार एवं भेदभावपूर्ण रवैया दर्शाता है। तवा जलाशय पर नर्मदापुरम के किसानों का भी उतना ही अधिकार है जितना कि हरदा जिले के किसानों का है।
प्लान एवं हठधर्मिता का विरोध
संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि हम हरदा जिले के किसानों का विरोध नहीं कर रहे हैं, हम सिंचाई विभाग के प्लान एवं हठधर्मिता का विरोध कर रहे हैं। नर्मदापुरम जिले के किसान भी सिंचाई कर देते हैं, इसलिए नर्मदापुरम जिले के किसानों का भी तवा जलाशय पर अधिकार है। इसे दृष्टिगत रखकर कार्य करना था, न की हठधर्मिता चलाकर नर्मदापुरम जिले के किसानों से भेदभाव पूर्ण रवैया चलाकर।
दायीं तट के किसानों को भी नुकसान
संभाग अध्यक्ष सर्वज्ञ दीवान ने बताया कि दायीं तट नहर जो कि तवा के तट से 12 फीट ऊपर है, ऐसे में दिनांक से पूर्व पानी छोड़े जाने से बाबई, सोहागपुर के किसानों को तवा का पर्याप्त पानी नहीं मिल पाएगा जिससे भविष्य में उनकी मूंग की फसल को भारी नुकसान होगा। बाबई, सोहागपुर एवं पिपरिया तहसील 5 अप्रैल से ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी प्रारंभ होगी, ऐसी स्थिति में अगर तवा जलाशय में पानी पर्याप्त नहीं होगा तो इन तीन तहसीलों के किसान पानी से वंचित रह जाएंगे।
अधिकारियों ने नहीं बनाया कोई प्लान
जिला सह मंत्री रजत दुबे ने बताया कि पिछले वर्ष भी अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना प्लान से नर्मदापुरम् जिले के किसानों को नुकसान हुआ था, इस वर्ष भी ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नर्मदापुरम जिले के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इस निर्णय का भारतीय किसान संघ विरोध करता है एवं कल होने वाले तवा महोत्सव का बहिष्कार करता है । इटारसी,डोलरिया, सोहागपुर, नर्मदापुरम्, बाबई, पिपरिया तहसील में लगभग 95 प्रतिशत से ज्यादा कटाई शेष रह गई है, ऐसे में ग्रीष्मकालीन मूंग हेतु लहरों में पानी छोड़ा जा रहा है, तो इन तहसीलों में किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग हेतु पर्याप्त पानी नहीं मिल पाएगा इसके अलावा नरवाई में आग लगने की संभावनाएं अधिक होगी।