राम राज्य की अवधारणा विषय पर गर्ल्स कॉलेज में हुईं प्रतियोगिता

Post by: Rohit Nage

इटारसी। अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी में स्लोगन, पोस्टर निर्माण एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। राम राज्य की अवधारणा विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने कहा कि राम राज्य, शासन की एक आदर्श स्थिति का प्रतीक है, जो भगवान राम के शासन से प्रेरित है। राम राज्य एक ऐसे राज्य का प्रतिनिधित्व करता है जिसमें न्याय, नैतिकता और लोगों का कल्याण सर्वोपरि है। राम राज्य लोकतंत्र का परिमार्जित रूप है।

कार्यक्रम संयोजक डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि राम राज्य केवल शासन के कर्तव्यों पर केंद्रित नहीं है बल्कि यह ऐसी समग्र राज्य व्यवस्था है जिसमें सामाजिक जीवन का प्रत्येक कोना धर्म के चार चरणों-सत्य, सोच, दया और दान पर आधारित होता है। रामराज एक ऐसा राज्य है जो अकाल मृत्यु या अन्य सभी प्रकार की पीड़ा से मुक्त हो?, कोई दीन, दुखी, दरिद्र नहीं हो। रविंद्र चौरसिया ने कहा कि रामराज की अवधारणा मानव सभ्यता में एक ऐसे विशिष्ट राष्ट्र की कल्पना है जिसमें सभी नागरिक विधि सम्मत मर्यादा में रहकर धर्म का पालन करते हैं।

डॉ संजय आर्य ने बताया कि भगवान राम के द्वारा किया गया शासन राम राज्य के नाम से प्रसिद्ध है। राम के राज्य में जनता हर तरह से सुखी और समृद्ध थी। तरुणा तिवारी ने राम राज्य के विचार के पोषण के लिए उच्च शिक्षा विभाग, प्राचार्य, समस्त वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि रामराज्य एक जनहितकारी अवधारणा है। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम निहारिका चौधरी, द्वितीय कल्याणी तुमराम तथा तृतीय संयोगिता सरेयाम रही। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम कल्याणी तुमराम, द्वितीय नेहा बट्टी, तृतीय स्थान कुमकुम सैनी ने प्राप्त किया।

पोस्टर निर्माण में प्रथम पलक पूर्वी, द्वितीय अनुष्का धुरिया तथा तृतीय स्थान जय श्री पटेल ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में डॉ मुकेश चंद्र विष्ट, डॉ श्रद्धा जैन, डॉ हर्षा शर्मा, पूनम साहू, डॉ. शिखा गुप्ता, डॉ नेहा सिकरवार, हेमंत गोहिया, प्रिया कलोसिया, शोभा मीणा, क्षमा वर्मा, करिश्मा कश्यप, राजेश कुशवाहा उपस्थित थे।

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