- – महात्मा गांधी मेमोरियल हॉकी टूर्नामेंट के इतिहास में पहली जीत
- – आधा सदी से भी अधिक समय से हो रही है गांधी मेमोरियल प्रतियोगिता
- – फाइनल मैच में सेल राउरकेला की टीम को 1 के मुकाबले 2 गोल से हराया
इटारसी। डीएचए इटारसी की टीम ने अखिल भारतीय महात्मा गांधी मेमोरियल हॉकी टूर्नामेंट का फाइनल जीतकर प्रतियोगिता के इतिहास में पहली जीत दर्ज कर बड़ा उलटफेर कर दिया। बेहद कठिन मुकाबले में इटारसी ने खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही सेल राउरकेला की टीम को उपविजेता से संतोष करना पड़ा।
नगर पालिका परिषद के तत्वावधान में जिला हॉकी संघ द्वारा आयोजित हॉकी प्रतियोगिता के समापन समारोह के मुख्य अतिथि विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा रहे। इस अवसर पर मप्र तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे इस मौके पर विशेष तौर पर मौजूद थे। संबोधित करते हुए विधायक डॉ. शर्मा ने कहा कि गांधी मैदान पर एस्ट्रोटर्फ की प्रक्रिया जल्द शुरु होगी। इस विषय में खेल मंत्री से मिलकर बात जो चुकी है, एस्ट्रोटर्फ की स्वीकृति हो चुकी है, अब टेंडर होकर काम प्रारंभ होना है।
नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे ने कहा कि एस्ट्रोटर्फ लग जाने के बाद इटारसी से अधिक खिलाड़ी निकलेंगे जो आगे चलकर देश में शहर का नाम रोशन करेंगे। डीएचए अध्यक्ष प्रशांत जैन ने कहा कि 35 वर्ष पूर्व बीएसएफ जालंधर से इटारसी की टीम ने फाइनल में मुकाबला किया था, आज फिर फाइनल में पहुंचे हैं। इन 35 वर्षों में कितनी ही बार इस मैदान की मिट्टी बदली है, अब खेल मिट्टी का नहीं रह गया है। उन्होंने विधायक डॉ. शर्मा से मांग की है कि एस्ट्रोटर्फ जल्द लग जाए, इसके लिए वे भोपाल में डीएचए का सहयोग करेंगे।
इससे पूर्व डीएचए अध्यक्ष प्रशांत जैन, कार्यकारी अध्यक्ष शिरीष कोठारी, रविन्द्र जोशी, सचिव कन्हैया गुरयानी, कोषाध्यक्ष सर्वजीत सिंघ सैनी, जयराज सिंह भानू, आयोजन समिति अध्यक्ष राहुल चौरे, अरुण रावर्ट, उपाध्यक्ष डॉ. ताविश अरोरा ने अतिथियों का पुष्पहार से स्वागत किया। आज स्टेडियम की पूरी गैलरी दर्शकों से खचाखच भरी थी, डीएचए के पदाधिकारी और सदस्यों ने दर्शकों का पुष्पवर्षा करके अभिवादन किया। संचालन हिमांशु बाबू अग्रवाल और आभार प्रदर्शन कन्हैया गुरयानी ने किया। विजेता टीम इटारसी को 71 हजार रुपए और ट्राफी एलकेजी की ओर से तथा उपविजेता टीम राउरकेला को 51 हजार रुपए और उपविजेता ट्राफी शुभालय ग्रीन की ओर से प्रदान किया गया। दोनों टीमों के खिलाडिय़ों को स्मृति चिह्न भी प्रदान किये। डीएचए के कोच गिडियन अल्फ्रेड और कप्तान अमनकीत सिंघ भाटिया को अच्छे प्रदर्शन के लिए नगद पुरस्कार भी मिले हैं।
इस तरह रहा फाइनल मुकाबला
दोनों टीमों ने प्रोफेशनल तरीके से हॉकी खेली और लगातार एकदूसरे के गोलपोस्ट पर हमले किये, लेकिन रक्षापंक्ति मजबूत होने से खिलाड़ी गोल पोस्ट के पास जाकर गोल नहीं कर पा रहे थे। पहले क्वार्टर में दोनों को एक-एक शॉर्ट कॉर्नर मिला, लेकिन उसका लाभ नहीं ले सके। तीन क्वार्टर तक दोनों टीमें बिना किसी गोल के खेलीं। तीसरे क्वार्टर में इटारसी को दूसरा शॉर्ट कॉर्नर मिला जिसे अमनदीप ने गोल में बदलकर बढ़त बना ली। इसके बाद मयंक जेम्स और जैद खान के शानदार तालमेल से दिये गये पास को शॉन गिडियन ने दूसरा गोल करके जीत की इबारत लिख दी।
जवाबी आक्रमण करके सेल की टीम ने शॉर्ट कॉर्नर को गोल में बदलकर बढ़त कम की, लेकिन वे निर्धारित समय तक दूसरा गोल नहीं कर सके और इटारसी ने 2-से यह मैच जीतकर ऑल इंडिया महात्मा गांधी मेमोरियल टूर्नामेंट में जीत का इतिहास रच दिया।