नर्मदापुरम। कोरोना से राहत के बाद चीन में अचानक से बच्चों में श्वांस रोग के मामले बढऩे के बाद केन्द्र के अलर्ट के बाद बुधवार को राज्य सरकार ने सरकारी और निजी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी की है। इसमें सरकारी आरैर प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स को इनफ्लूएंजा (आईएलआई), गंभीर श्वांस रोग से पीडि़त मरीज (सारी) और निमोनिया से पीडि़त बच्चों और दूसरे मरीजों की जांच और इलाज की निगरानी करने की सलाह दी गई है।
कोविड गाइडलाइन के अनुसार श्वांस रोग से पीडि़त बच्चों और दूसरे मरीजों की आरटीपीसीआर जांच एम्स एवं सरकारी मेडिकल कॉलेजों की लैब में कराने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमएचओ नर्मदापुरम ने बताया, कि राज्य सरकार ने श्वांस संबंधी बीमारी के मरीजों की अस्पतालों में निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस और इनफ्लूएंजा लाइक इलनेस अर्थात सर्दी, बुखार, खांसी और निमोनिया के जैसे लक्षण वाले मरीजो की मॉनिटरिंग की सलाह दी है। साथ ही इन मरीजों की जानकारी सभी सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल को इंट्रीगेटिड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) को भेजने के लिए कहा है, ताकि प्रदशे में चीन के जैसे बच्चों में श्वांस संबंधी बीमारी का संक्रमण बढऩे से पहले रोका जा सके।