जानिए क्या होता है इंटरमिटेंट फास्टिंग, इसके जरिए कर सकतें है 20 किलो तक वजन कम

Post by: Poonam Soni

Bachpan AHPS Itarsi

Health Tips: इन दिनों हर कोई अपने बढ़ते वजन को लेकर परेशान हैं। सभी अपने वजन को कम करने को लेकर कई सारे उपाय कर रहें है। ऐसे में कई सेलिब्रिटी इंटरमिटेंट फास्टिंग की तरफ बढ़ रहें है। इन्होंने इंटरमिटेंट फास्टिंग के जरिए अपना वजन कम किया। अब आप यह सोच रहें होंगे की इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या होता है। तो हम आपको बताएगें कि यह क्या होता है और किस तरह इससे वजन कम किया जा सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग 16/8 और 5/2 रूल पर काम करता है। यह फामूले 16/8 में व्यक्ति को 16 घंटे खाने से दूरी रखनी होती है और बचे हुए 8 घंटे में खाना होता है। भारती ने शाम 7 बजे से लेकर अगले दिन के 12 बजे तक कुछ नहीं खाती हैं।

क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग
इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब होता है दिन के कुछ घंटों में खाने से दूरी बनाए रखना।
16/8 में व्यक्ति को 16 घंटे खाने से दूरी रखनी होती है और बचे हुए 8 घंटे में खाना होता है।
वहीं 5/2 में व्यक्ति को हफ्ते के 5 दिन सामान्य तरीके से खाना होता है और बचे हुए दो दिन में बस इतना ही खाना होता है जिससे शरीर को 500-600 कैलोरी मिले। इन दो दिनों के बीच एक बार ऐसा खाना जरूर खाना चाहिए जो हम नियमित दिनों में खाते हैं।

कैसी हो आपकी डाइट
इंटरमिटेंट फास्टिंग में इस बात का खास ख्याल रखने की जरूरत है कि आप क्या खा रहे हैं। अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को कम रखें और पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लें। इससे वजन कम करने में मदद मिलती है। खाने में फाइबर की मात्रा को भी शामिल करें। इससे भूख नहीं लगती और वजन कम होता है।

फास्टिंग के घंटों में इन चीजों का करें सेवन
16 घंटे की फास्टिंग के दौरान आप ग्रीन टी और सब्जियों का जूस ले सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि फास्टिंग के घंटों में आप लगातार चाय कॉफ़ी का सेवन करते हैं। ऐसा करना इंटरमिटेंट फास्टिंग के असर को कम कर देता है और वजन घटने के बजाए बढ़ता जाता है। खाने के 8 घंटों के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि एक ही बार में अधिक भोजन न लें। चीनी को अपनी डाइट का हिस्सा न बनाएं और विकल्प के तौर पर गुड़ का इस्तेमाल करें।

 

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