महोदय,
बैंकों के सामने वाहनों के कारण अक्सर सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है क्योंकि किसी भी बैंक की अपनी कोई पार्किंग व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा बैंक के अधिकारी कर्मचारी कोरोना से अपने को सुरक्षित रखने के लिए हितग्राहियों को घन्टों कड़ी धूप में बाहर खड़े रहने के लिये बाध्य करते हैं। जिनमें महिलाएं और उनके बच्चे भी शामिल होते हैं। साथ ही इस परेशानी का सामना बुजुर्ग हितग्राहियों को भी करना पड़ता है। बैंक के बाहर न तो किसी हितग्राही के बैठने की व्यवस्था होती है, न छाया की और न ही पीने के पानी की व्यवस्था होती है। कितनी ही बार उपरोक्त कड़ी धूप के कारण हितग्राहियों के बेहोश होने की नौबात आ जाती है। किसी दिन यदि कोई हितग्राही बैंक की सीढ़ियों पर दम तोड़ देता है तो इसके लिए बैंक के शाखा प्रबंधक को दोषी माना जाए।
विनोद कुशवाहा
न्यास कॉलोनी
इटारसी