इटारसी। हाल ही में हुए आलाहजऱत सूरा कमेटी के चुनावों का कई मुस्लिम संगठनों ने विरोध किया है। विरोध कर रहे संगठनों का कहना है कि इस कमेटी का चुनाव पब्लिक वोट से नहीं हुआ, कुछ तथाकथित लोगों से इसमें वोट कराया गया। सदर अध्यक्ष के लिए खड़े हुए दोनों उम्मीदवार हबीब अहमद खत्री और रकीब खान जो कि मालिक और उसकी कंपनी में कार्य करने वाला एक युवक है, दूसरे उम्मीदवार को हबीब खत्री ने पैसे देकर चुनाव में खड़ा किया था।
चुनावों की सूचना मुस्लिम अवाम तक नहीं पहुंची। नगर कमेटी के चुनाव अंजुमन स्कूल के अंतर्गत आते हंै, जिसकी जानकारी अंजुमन नूरुल इस्लाम कमेटी के सदर को भी नहीं दी गई। कमेटी सिर्फ मुसलमानों को गुमराह करके बनायीं गयी है। इन संगठनों का कहना है कि कमेटी में वोट करने वाले लोगों को जानकारी नहीं थी, जानकारी होने पर उन्होंने इस तथाकथित कमेटी का विरोध किया।
इस कमेटी विरोध करने वालों में मुस्लिम समुदाय इटारसी अंजुमन नूरुल इस्लाम कमेटी अध्य्क्ष इरशाद अहमद सिद्दीकी, इटारसी मददगार आर्मी इटारसी अध्यक्ष आरिफ खान, तंजीम इस्लाहुल मुस्लिमीन इटारसी सदर फिरोज खान चिश्ती, अनवर अली पूर्व पार्षद, तोहिद, मुन्ना, हसीब, हसन सिकोही मदारी, हफीज सिकोही मदारी, अमजर्द, वसीम, शहीद, मोहसिन, साकिर, रिजवान, समीर शाह, ताहिर खान चिश्ती एवं समाज के गणमान्य जन शामिल हैं।