इटारसी। वैश्विक महामारी कोविड-19(Covid-19) का असर नगर पालिका(Nagarpalika) की राजस्व वसूली पर भी पड़ा है। नगर पालिका की राजस्व वसूली करीब पैंसठ फीसद(65%) तक गिर गयी है। ऐसे में रेवेन्यू(Revenue) आधारित कई काम प्रभावित हो रहे हैं। राजस्व विभाग(Revenue Department) के अनुसार कुछ विशेष प्रयासों के चलते राजस्व में बढ़ोतरी की जा रही है। लेकिन करदाता(Tax payer) अपनी परेशानियां बताकर, कर देने में आनाकानी करते हैं।
आलम यह है कि जो एकल विंडो पर आकर टैक्स जमा करते थे ऐसे लोग अब रुचि नहीं ले रहे हैं। राजस्व अमला लोगों के पास जाकर किसी तरह से राजस्व वसूली कर रहा है। कोरोना काल में नगर पालिका का राजस्व प्रभावित हुआ है। इससे आर्थिक तंगी से गुजर रही नगर पालिका के सामने बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। इसका सीधा असर शहर के विकास कार्यों पर भी पड़ा है।
करोड़ों रुपए का राजस्व नहीं मिला
22 मार्च से लागू किए गए देशव्यापी लॉकडॉउन (Lockdown) के दौरान वसूली खासी प्रभावित हुई थी और आज भी हालात कुछ अधिक सुधरे नहीं है। राजस्व विभाग के अनुसार कोरोना काल से पहले नगरपालिका को हर महीने करीब 40 लाख का राजस्व प्राप्त होता था। हालांकि अनलॉक की प्रक्रिया के बाद नगरपालिका को करीब 15 लाख रूपये तक का ही राजस्व मिल पा रहा है। जो कुल राजस्व का लगभग 35 प्रतिशत ही शेष है। जबकि जबकि नगरपालिका का 65 प्रतिशत राजस्व आ नहीं पा रहा है।
क्या-क्या उठाए जा रहे कदम
मामले को लेकर नपा राजस्व निरीक्षक भरतलाल सिंघवाने का कहना है कि रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए घर घर वसूली अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही साथ लोगों को किस्तों में पैसे जमा करने की सुविधा भी दी गई है। ताकि लोगों पर किसी भी प्रकार का भार न बढ़े। बता दें कि नगरपालिका की एकल विंडो पर भी कोई टैक्स जमा करने में कोई रूचि नहीं ले रहा है।
कोरोना का पड़ा है असर
बेरोजगारी, बेकारी और बाजार बंद के कारण नगरवासी, व्यापारीगण समय पर राजस्व नहीं दे पा रहे है। कोरोना महामारी के कारण कई लोगों का रोजगार छिन गया है। व्यापार भी खासा प्रभावित हुआ है। जिसके कारण आमजनों की भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में मजबूरियों के चलते लोग कर नहीं दे पा रहे हैं। हमने किश्तों में टैक्स अदा करने की सुविधा दी है। जिससे रेवेन्यु में कुछ बढ़ोतरी हो रही है।
बीएल सिंघावने, राजस्व निरीक्षक (BL Singhwane, Revenue Inspector)