सर्वांगीण विकास ही सफलता के रास्तो का निर्माण करता है- डॉ. चौबे
होशंगाबाद। वर्तमान समय में अपने स्वयं के व्यक्तित्व का विकास बेहद जरूरी है, यदि आत्मविश्वास, समय प्रबंधन, तनाव प्रबंधन आपके पास है तो आपकी सफलता सुनिश्चित है। यह बात कॉलेज प्राचार्य डॉ. ओएन चौबे ने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को नवीन शिक्षा नीति से अवगत कराने हेतु चलाए जा रहे ओरिएंटेशन कार्यक्रम में कही। बुधवार को कार्यक्रम का आठवा दिन रहा। इस दौरान राष्ट्रीय नर्मदा महाविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए व्यक्तित्व विकास व्यावसायिक पाठ्यक्रम तथा वैकल्पिक विषय शारीरिक शिक्षा विषय पर केंद्रित कार्यशाला रखी गई। संयोजक डॉ. हंसा व्यास ने बताया व्यक्तित्व व्यक्ति की पहचान को स्थापित करता है। शिक्षा व्यक्तित्व का विकास करती हैं। नई शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत व्यक्तित्व विकास एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाया जा रहा है, जो विद्यार्थियों के लिए दो तरह से महत्वपूर्ण है। एक तो इसके पढ़ने से स्वयं विद्यार्थी के व्यक्तित्व का विकास होगा और साथ ही विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। विद्यार्थी एक काउंसलर के रूप में एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में अपने स्वयं के स्वरोजगार की संभावनाओं को देख सकता है। इसी तरह शारीरिक शिक्षा
दर्शन शास्त्र ज्ञान का विस्तार करता है। प्राध्यापक डॉ विनीता अवस्थी ने विद्यार्थियों से कहा कि दर्शन व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्यक्रम में प्राध्यापक विकास सिंह, एनसीसी के लिए डॉक्टर यासमीन खान, डॉ कल्पना विश्वास, राजनीति शास्त्र के डॉ. अरविंद श्रीवास्तव, अर्थशास्त्र विभाग डॉ. योगेंद्र सिंह, संचालन डॉ. अंजली सक्सेना सहित अन्य साथियों ने किया।