भैरव अष्टमी पर भगवान भैरवनाथ को कराया मदिरापान, भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया

Post by: Rohit Nage

इटारसी। आज काल भैरव जयंती के दिन श्रद्धालुओं ने व्रत और विधि-विधान से पूजा करके जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानी दूर करने की कामना की। आज 5 दिसंबर 2023 को काल भैरव जयंती है। काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव की विधि-विधान से पूजा की गई।

नगर में काल भैरव के दो मंदिर हैं, जहां श्रद्धाभाव से हवन-पूजन के साथ ही भंडारा होता है। खेड़ा स्थित भैरव मंदिर में दोपहर में हवन-पूजन, आरती के बाद अपराह्न 3:30 बजे से भंडारा प्रसादी वितरण कार्यक्रम हुआ। हजारों की संख्या में भक्तों ने हवन-पूजन में शामिल होकर भंडारे में प्रसादी का लाभ लिया। धार्मिक मान्यता है कि बाबा काल भैरव, शिव जी के पांचवे अवतार हैं। काल भैरव जयंती के दिन व्रत और विधि-विधान से पूजा करने से जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानी दूर हो जाती है।

इस दिन विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें काल भैरव का आह्वान किया जाता है। भगवान काल भैरव का एक और मंदिर पूड़ी लाइन में है, जहां शाम को भंडारा आयोजित किया जाता है। यहां भी हवन-पूजन और भंडारे की तैयारी की जा रही है।

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