इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी में आज सभागार में वन्य जीव संरक्षण सप्ताह के अंतर्गत कार्यक्रम प्राणी शास्त्र विभाग ने किया जिसमें विद्यार्थियों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता एवं वन्य जीव संरक्षण पर आधारित चलचित्र को दिखाया गया। कार्यक्रम में अधिक संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने अपने वक्तव्य में वन्य जीवों का संरक्षण को आज के बदलते परिवेश में महत्वपूर्ण बताया एवं अपने घर से ही संरक्षण की पहल करने को प्रेरित किया। जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान जैसे मृदा अपरदन परतंत्र असंतुलन एवं प्रदूषित होते वातावरण के लिए पौधरोपण की आवश्यकता को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही साथ अपने आप को सदैव प्रकृति से जुड़े रहने का संदेश देते हुए एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम पर जोर दिया।
तमिलनाडु के कद बुद्ध रिजर्व में सीरेंडर लॉरेंस नामक जंतु के महत्व एवं इसको विलुप्ता से बचाने हो रहे प्रयास के विषय में जानकारी दी। प्राणीशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ सुसन मनोहर ने अपने उद्बोधन में वन्य जीव संरक्षण के महत्व एवं भारत की भौगोलिक वितरण के आधार पर वन्यजीवों और उनके आवास के मध्य संबंध की विषय में एवं जैव विविधता के महत्व को बताया। प्राणी शास्त्र विभाग की वरिष्ठ सह प्राध्यापक डॉ अर्चना शर्मा ने विद्यार्थियों को वन्यजीवों की संरक्षण के लिए किया जा रहे प्रयासों के विषय में जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ अरविंद शर्मा, डॉ रश्मि तिवारी, डॉ विनोद कृष्णा, डॉ. कुजूर, डॉ. पवन अग्रवाल, डॉ बस्सा सतनारायण, मीरा यादव एवं समस्त अतिथि विद्वानों की उपस्थिति रही। संचालन प्राणी शास्त्र विभाग की एमएससी अंतिम वर्ष की छात्रा चेतना पटेल ने किया। तकनीकी सहयोग कार्तिक पटेल एवं आभार प्रदर्शन डॉ. सौरभ पगारे ने किया।