विद्याभारती की अनूठी पहल: आत्मनिर्भर परिवार, आत्मनिर्भर गांव, आत्मनिर्भर भारत

Post by: Poonam Soni

गांवों में बनीं राखी और गणेश प्रतिमाएं

इटारसी। विद्या भारती भाऊराव देवरस सेवा न्यास भोपाल द्वारा नर्मदापुरम जिले में संचालित सरस्वती संस्कार केंद्र(Saraswati Sanskar Center) के माध्यम से इको फ्रेंडली गणेश(Eco friendly ganesh) प्रतिमाएं तैयार करायी जा रही हैं। संस्कार केंद्र के आचार्य एवं शिक्षिकाओं ने गांव के लोगों को कोराना महामारी काल में गणेश जी की मूर्ति घर पर बनाकर घर में श्री गणेश स्थापना करने का आह्वान किया है।
यह स्वयं के द्वारा बनाई मूर्ति इको फ्रेंडली होगी, जिससे पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा एवं गांव के लोग सामूहिक गणेश उत्सव ना करके घर पर ही गणेश जी की पूजा अर्चना करें। जिससे बाजार पर निर्भरता भी समाप्त होगी। इसी तरह रक्षाबंधन पर जनजाति गांव में जनजाति समाज के लोगों को घर घर पर राखी बनाना भी विद्या भारती के कार्यकर्ताओं ने सिखाया एवं घर पर बनी हुई राखी सभी बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर बांधी थीं। विद्याभारती इसी तरह के प्रयास समाज को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर करती है। जिले में इस तरह के प्रशिक्षण 78 ग्रामों में चल रहे हैं। यह जानकारी जिला प्रमुख प्रेमदास भरोसे ने दिया है। झुनकर, पीपलपुरा, चकपुरा, भौवदा, मगरिया, ढाबा एवं जिले भर में इस प्रकार का प्रशिक्षण चल रहा है। इस कार्य से परिवार, ग्राम और भारत आत्मनिर्भर बनेगा विद्या भारती मध्य प्रान्त ने ऐसी अपेक्षा की है।01 1

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