‘विज्ञान के क्षेत्र में महिला वैज्ञानिकों की भूमिका’ विषय पर सेमीनार, प्रदर्शनी लगी

Post by: Rohit Nage

इटारसी। शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल के सौजन्य से सेमीनार में सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सरोज वोकिल, डॉ. सौरभ तिवारी विषय विशेषज्ञ, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रीमती कामिनी जैन ने, डॉ. दीपक अहिरवार, डॉ. रश्मि श्रीवास्तव, डॉ. संगीता अहिरवार एवं डॉ. रागिनी सिकरवार उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सौम्या कौशिक, अंजली श्रोती, महक एवं संगीत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रेमकांत कटंगकार ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। ‘विज्ञान के क्षेत्र में महिला वैज्ञानिकों की भूमिका’ विषय पर पुस्तिका का विमोचन किया।

प्राचार्य डॉ. कामिनी जैन ने बताया कि इस दिवस हेतु मेपकास्ट द्वारा वित्त पोषित किया है। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अंतर्गत कई गतिविधियों फिल्म शो, स्लाइड शो, ई-पोस्टर, क्विज, प्रदर्शिनी, वादविवाद प्रतियोगिता, रंगोली आयोजन किया। डॉ. जैन ने कहा कि गृहणियों के लिए विज्ञान एक वरदान की तरह साबित हो रहा है। गृहणियों के कार्यभार को कम करने के लिए अनेक उपकरणों का विकास हो गया है। डॉ. दीपक अहिरवार ने बताया कि हमारे देश में महिला वैज्ञानिकों की संख्या बहुत कम है। इस क्षैत्र में महिलाओं को आगे आने की आवश्यकता है।

सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सरोज वोकिल ने कहा कि वर्तमान समय में महिला वैज्ञानिकों की भूमिका सिर्फ प्रयोगशाला तक ही सीमित नहीं है। समय की मांग है कि समाज के लिए लाभकारी शोध किया जाना चाहिए। हमें ग्रामीण क्षेत्र में नवाचार पर कार्य करना होगा। इस हेतु डिंडोरी, शहडोल, मंडला आदि जिलों की महिलाओं को विकास की मूल धारा से जोडऩे का प्रयास किया गया। हरदा जिले मृदा आधारित उत्पादन पर ध्यान दिया गया। बांस आधारित व्यवसायों पर ट्रेनिंग के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये गये।

डॉ. सौरभ तिवारी ने कहा कि एक महिला बचपन से ही वैज्ञानिक होती है वह चाय बनाने में भी नये नवाचार करती है, अत: हमें अपनी क्षमताओं को बढ़ाना है और सही दिशा प्रदान करना है। छात्रा कु. राजी साध एवं आस्था गौर ने इस विषय पर अपने विचार किये। डॉ. रश्मि श्रीवास्तव ने कहा कि छात्राओं ने विज्ञान से संबंधित मॉडल तैयार किये है। प्रदर्शिनी के रूप में मॉडल द्वारा छात्राओं को विज्ञान के प्रति जागरूक किया जा सकता है। मॉडल प्रदर्शिनी में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्राओं को पुरस्कृत किया। संचालन डॉ. संगीता अहिरवार ने एवं आभार डॉ. रागिनी सिंकरवार ने व्यक्त किया।

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