इटारसी। आज प्राणवायु की सबसे अधिक जरूरत महसूस की जा रही है। ऑक्सीजन (Oxygan) की कमी से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और कई लोगों की जानें भी जा चुकी हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि प्रकृति ने मनुष्यों को ऑक्सीजन के लिए पूरी व्यवस्था की हुई है। लेकिन, हम मानवों ने उससे छेड़छाड़ करके अपने लिए ही जान का जोखिम पैदा कर लिया है। हालांकि आज भी ऐसे कई लोग हैं, जो प्रकृति की सेवा में जुनून की हद तक जुटे हुए हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं, डीजल शेड एयरब्रेक विभाग में कार्यरत तकनीशियन शंकर उईके।
शंकर उइके पिछले 3 वर्षों से ड्यूटी से हटकर डीजल शेड परिसर (Diesel Shed Campus) में स्वयं के खर्चे पर पौधरोपण कर प्रतिदिन 3 से 4 घंटे सैकड़ों पेड़ पौधों की देखरेख में लगे रहते हैं। शंकर उइके का कहना है की पेड़ पौधों की देखभाल करना मेरे जीवन में दिनचर्या का एक हिस्सा बन गया है। शेड में सौंदर्य हो और सभी शेड कर्मचारियों को शुद्ध वायु ऑक्सीजन प्राप्त हो जिससे की निरोगी रहें स्वस्थ रहे। जहां सारा देश महामारी से जूझ रहा है और बड़ी संख्या में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए शंकर ने हाल ही में 5 सदस्यों की टीम बनाई है जो स्वयं के खर्च पर सैकड़ों पीपल, बरगद, नीम, आम, अमरूद के पौधे रोपण कर रही है जिससे प्रकृति के सौंदर्य को बढ़ाते हुए पक्षियों को भी फलदार पेड़ों पर भोजन के साथ आशियाना भी प्राप्त होगा। शंकर उईके के इस कार्य की सराहना शेड में कार्यरत उनके सभी साथी करते हैं।