- – रावण के अधर्म पर, श्री राम के धर्म की हुए जीत
- – श्रीराम जन्मोत्सव अंतर्गत श्रीराम कथा का 8 वा दिन
इटारसी। मनुष्य सोचता है कि उसने दर्जनों दान, धर्म, पुण्य और सत्कर्म करके जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है। इन सत्कर्मों को वह अपनी ढाल समझकर यह धारणा बना लेता है कि अगर में कुछ अधर्म या पाप करूंगा तो ईश्वर उसे माफ कर देंगे। जिससे मेरे पाप पुण्य का संतुलन बना रहेगा और मुझे पाप का फल नहीं भोगना पड़ेगा। ऐसी ही बातों का अहंकार लंका के राजा रावण को भी हो गया था। प्रकांड पंडित, शिव भक्त, लंका का साम्राज्य, चारो लोक जीतने वाले रावण को यह अहंकार हो गया था कि वह एक स्त्री का हरण करके आसानी से जीवित रह लेगा और संसार में कोई देव दानव उसका कुछ नही बिगाड़ पाएंगे लेकिन अधर्मी रावण के लिए नियति ने उसका अंत तय कर लिया था। श्रीराम जो एक साधारण मनुष्य के रूप में जन्मे और वनवासी हुए, उन्होंने रावण का वध करके हमेशा सत्कर्म करने का संदेश संसार को दिया।
उक्त उद्गार जगतगुरु रामभद्राचार्य की परम शिष्या मानसमणि साध्वी पंडित नीलम गायत्री ने श्री राम जन्म महोत्सव समिति द्वारा 61वें वर्ष में आयोजित श्रीराम कथा के अष्टम दिवस पर व्यक्त किए। कथाव्यस नीलम गायत्री ने वानर सेना की सहायता से श्रीराम के लंका पहुंचने। अंगद रावण संवाद, श्रीराम रावण युद्ध के विभिन्न दृश्यों एवं घटनाओं की मार्मिक कथा विस्तार से श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर परिसर में मौजूद धर्म प्रेमी श्रोताओं को सुनाई। आयोजन समिति के संरक्षक प्रमोद पगारे ने बताया कि नौ दिवसीय श्री राम कथा का समापन बुधवार को श्री राम नवमी के अवसर पर होगा। बुधवार की कथा सुबह 10 बजे से दोपहर 11,45 बजे तक होगी। जिसमे दोपहर 12 बजे भव्य और अलौकिक श्रीराम जन्म महोत्सव मनाया जायेगा। ठाकुर श्री द्वारकाधीश धनुर्धारी राम बनेंगे ।
इस अवसर पर ठाकुर श्री द्वारकाधीश का रामलला के स्वरूप में श्रृंगार होगा एवं पूजन अर्चन किया जायेगा। श्री पगारे ने कहा कि 500 वर्षों के बाद अयोध्या में श्रीरामलाल का भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है। जिसके चलते इटारसी नगर के समस्त सनातनी बंधुओं को रामनवमी के अवसर पर अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों में दीप जलाने का आग्रह मंदिर समिति कर रही है। श्री राम जन्म महोत्सव समिति के अध्यक्ष सतीश अग्रवाल सावरिया,कार्यकारी अध्यक्ष विपिन चांडक ,सचिव अशोक शर्मा,कोषाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा ने बताया कि शाम 5 बजे बड़ा मंदिर से श्रीराम नवमी का विशाल जुलूस निकलेगा जिसमे अधिक से अधिक संख्या में लोग उपस्थित हो यह आग्रह है। समिति के प्रवक्ता भूपेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि श्रीराम जन्मोत्सव अंतर्गत शोभायात्रा श्री द्वारिकाधीश मंदिर की परिक्रमा करते हुए मराठी स्कूल के सामने से नवमी लाइन, सराफा बाजार, होते हुए तीसरी लाइन से पहली लाइन, जयस्तंभ होते हुए वापस द्वारिकाधीश मंदिर पर विश्राम होगा।