श्री रावतपुरा सरकारधाम में श्री रामार्चा महायज्ञ 31 दिसंबर को

श्री रावतपुरा सरकारधाम में श्री रामार्चा महायज्ञ 31 दिसंबर को

इटारसी। श्री रावतपुरा सरकार धाम में 31 दिसंबर 2022 को 108 श्री रामार्चा महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। देवताओं सहित ऋषि-मुनि, साधु-संतों ने लोक शांति एवं जनकल्याण के लिए आदिकाल से इस परंपरा को अनवरत जारी रखा है। श्री रामार्चा अनुष्ठान वैदिक सभ्यता के सोलह संस्कारों में से एक प्रमुख संस्कार है।

श्री रामार्चा सकल ब्रह्मांड का पूजन है। ब्रह्मांड के प्रत्येक कण रमा हुआ तत्व है राम, शास्त्र कहते हैं रमन्ते योगिन: अस्मिन सा रामं उच्यते अर्थात योगी ध्यान में जिस शून्य में रमते हैं वो तत्व है राम। राम सर्वत्र हैं, राम सर्वव्यापी हैं इसलिए इस अनुष्ठान का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है।

श्री रामार्चा स्वयं आदियोगी भगवान शंकर द्वारा प्रदत्त विद्या है। इस एक यज्ञ का फल हजारों अश्वमेद्य यज्ञों समान है। जो व्यक्ति इस अनुष्ठान में सम्मिलित होता है उसके समस्त पाप मिट जाते हैं एवं कष्टों का निवारण होने के साथ शांति, समृद्धि, शक्ति और विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह मनवांछित फल देने वाला अनुष्ठान है। प्राचीन काल में लगातार ये आयोजन किए जाते थे। जिनमें समाज के सभी वर्गों के लोग सम्मिलित होकर एक नई ऊर्जा को प्राप्त करते थे। वर्तमान में व्यस्त जीवनशैली ने जिसे व्यापक स्तर पर प्रबावित किया है। जिस कारण अब इनकी संख्या सीमित ही नजर आती है।

श्री रावतपुरा सरकार हनुमान जी महाराज की प्रेरणा से परम पूज्य महाराज श्री इसके दिव्य और भव्य स्वरुप को विस्तृत करने जा रहे हैं। एक साथ 108 रामार्चा यज्ञ अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा। जिसमें भक्त एवं श्रद्धालु भी सम्मिलित होंगे।
परम पूज्य श्री रविशंकर जी कहते हैं, जो मनुष्य इस अनुष्ठान में भाग लेता है वो बहुत भाग्यशाली है, इस अनुष्ठान से लोग शांति, कृपा, आशीर्वाद, समृद्धि, शक्ति के साथ मुक्ति-मोक्ष के मार्ग को प्राप्त करते हैं।

श्री रामार्चा भगवान का नाम है, जिसमे अपने इष्ट अपने आराध्य का स्मरण करते हुए भक्त अर्चन करता है। अर्चन एवं अनुष्ठानों का वैदिक एवं सनातन परंपरा में हमेशा से विशेष महत्व रहा है। श्री रावतपुरा सरकार धाम में श्री ललितासहस्त्रार्चन, श्री विष्णुसहस्त्रार्चन , श्री गणेश अर्चन, श्री रामार्चा सहित अनेक अनुष्ठान अनवरत होते हैं।

विश्वकल्याण, लोकशांति, सामाजिक समरसता, सौहार्द, संस्कृति एवं भारतवर्ष की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस अनुष्ठान को महायज्ञ का स्वरुप दिया जा रहा है। जिसकी साक्षी बनेगी श्री रावतपुरा सरकार धाम की ‘देवभूमिÓ जो धर्म, आध्यात्म, शांति, प्राकृतिक सौंदर्य से सराबोर है और इनके सामूहिक केंद्र के रुप में विश्व पटल पर अपनी सुंदर छटा बिखेर रही है। 31 दिसंबर 2022 को संपन्न होने वाले इस विशेष अनुष्ठान 108 श्री रामार्चा महायज्ञ में आप सभी इष्ट मित्रों सहित सपरिवार सादर आमंत्रित हैं।

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AUTHORRohit

I am a Journalist who is working in Narmadanchal.com.

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