इटारसी। राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर शासकीय कन्या महाविद्यालय, इटारसी में मानव जीवन के विकास में गणित का योगदान विषय पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देश के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने दिया। उन्होंने गणित के जादूगर, महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन का परिचय देते हुए गणित में उनके योगदान को याद किया।
उन्होंने कहा कि भारत में गणित की समृद्ध परंपरा रही है, भारत महान गणितज्ञों की भूमि रही है। गणित हमें विश्लेषणात्मक रूप से सोचने और बेहतर तर्क क्षमता विकसित करने में मदद करता है। गणित विषय की प्राध्यापक श्रीमती पूनम साहू ने कहा कि गणित हमें अपने आसपास की दुनिया को समझने की क्षमता प्रदान करता है। यह विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और वित्त का आधार होता है। उन्होंने श्री रामानुजन द्वारा गणित के विभिन्न क्षेत्रों जैसे अनंत श्रेणी, गणितीय विश्लेषण, संख्या सिद्धांत और सतत भिन्न में दिए योगदान से छात्राओं को परिचित कराया।
कार्यक्रम के संचालक डॉ. शिरीष परसाई ने कहा कि श्रीनिवास रामानुजन को गणितज्ञों का गणितज्ञ और संख्याओं का जादूगर कहा जाता है। रामानुजन ने विश्व में नए ज्ञान को पाने और खोजने की पहल की। डॉ .परसाई ने रामानुजन संख्या 1729 के इतिहास एवं महत्व को भी बताया। डॉ संजय आर्य ने कहा कि प्राचीन काल से ही सभी प्रकार के ज्ञान विज्ञान में गणित का स्थान सर्वोपरि रहा है। जीवन के हर क्षेत्र में गणित का योगदान रहा है। महाविद्यालय की छात्राओं काशिफा खान, राशि चौरे एवं आस्था पटेल ने कहा कि श्री रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में कई मौलिक और आपारंपरिक परिणाम निकाले। रामानुजन ने पाई के लिए अहम सूत्र विकसित किया जो बहुत सटीक और तेज हैं।
रामानुजन द्वारा गणित में कई अद्भुत खोजें की गई जो आज गणित और विज्ञान के आधार हैं। कार्यक्रम में डॉ हरप्रीत रंधावा, मंजरी अवस्थी, पूनम साहू, स्नेहांशु सिंह, रविंद्र चौरसिया, डॉ हर्षा शर्मा, डॉ शिरीष परसाई, डॉ संजय आर्य, डॉ शिखा गुप्ता, डॉ श्रद्धा जैन, डॉ नेहा सिकरवार, हेमंत गोहिया, तरुणा तिवारी, प्रिया कलोसिया, क्षमा वर्मा, करिश्मा कश्यप, शोभा मीणा, मंथन दुबे एवं अनेक छात्राएं उपस्थित थीं।