देर रात तक आसमान आतिशबाजी से रंगीन रहा

देर रात तक आसमान आतिशबाजी से रंगीन रहा

  • दीपावली की खुमारी में हुई जमकर खरीदारी
  • परम्परागत तरीके से मनाया दीपावली पर्व
  • घर व प्रतिष्ठानों में हुआ पूजन

इटारसी। शाम को शुभ मुहूर्त में पूजन के बाद छह बजे से नगर में पटाखों की गूंज सुनाई देने लगी थी। देर रात तक आसमान आतिशबाजी (Fireworks) से रंगीन रहा। शाम को जल्दी पूजन का मुहूर्त होने से शाम 6 बजे से ही पटाखे फोड़कर धमाका करने की शुरुआत हो गयी थी। देर शाम तक पटाखा बाजार में काफी भीड़ रही। दीपावली के दिन सुबह से लेकर दिनभर खरीदारी के साथ घर की सजावट पर समय खर्च हुआ। इन तैयारियों के साथ लोगों को इंतजार था शाम होने का।

शाम को पूजा के साथ ही पर्व का उत्साह उफान पर आ गया। पूरा नगर दीपों की रोशनी से जगमगाने लगा पटाखों की धूम के साथ ही रंगीन आतिशबाजी से आसमान सतरंगी हो गया। दीपावली (Diwali) पूजन के साथ ही बधाइयों का सिलसिला भी चला और सोशल मीडिया के साथ ही लोगों ने अपनों को टेलीफोन (Telephone) पर बधाई दी। भले ही दीपावली के 5 दिनी उत्सव की शुरूआत भले ही धनतेरस से हो गई थी, लेकिन असली रोमांच दीपावली का ही होता है।

महिलाओं ने दिन भर पकवान बनाये तो घर के दरवाजे पर रंगोली सजाई गई। शाम को मुहूर्त पर प्रतिष्ठान व घरों में विधि-विधान से मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) व गणेश(Ganesh) की पूजा की गई। दरवाजे और छत पर मिट्टी के दीपक रखे गए, जिससे नगर अद्भुत रोशनी से जगमगाने लगा। इसके बाद शुरू हुआ धूम मचाने का सिलसिला, जिसमें बच्चे और बड़े भी शामिल हो गए। किसी ने तेज आवाज़ के पटाखे चलाकर पर्व के उत्साह का शंखनाद किया तो बच्चों ने सतरंगी रोशनी बिखेरने वाली आतिशबाजी चलाई। देर रात तक आतिशबाजी चलती रही।

जमकर चमका बाजार

दीपावली का बाजार जमकर चमका। दीवाली की खुमारी में लोगों ने जमकर खरीदारी की। सराफा (Bullion), इलेक्ट्रानिक्स (Electronics), इलेक्ट्रिक आयटम (Electric Items), कपड़ों के अलावा दीवाली की मिठाई और पूजन सामग्री की भी आज खूब खरीदारी हुई। आज शहर से लेकर ग्रामीण अंचल के लोगों ने दीपावली में अपने जरूरत के सामानों की जमकर खरीदारी की। दीपावली को लेकर बाजारों में छाई रौनक से व्यापारी वर्ग उत्साहित रहा। रोशनी और समृद्धि का पर्व दीपावली पर रविवार को भी आमतौर पर सूना रहने वाला बाजार गुलजार रहा। पांच दिवसीय पर्व के तीसरे दिन दीपावली का उल्लास शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी छाया है।

मिट्टी की मूर्तियों की डिमांड

वैसे तो पटाखा बाजार, खील-बताशे, दीये, रूई, लक्ष्मी मूर्ति, सजावट सामग्री की बिक्री पिछले करीब चार दिन से शुरु हो गयी थी। लेकिन आज भी लोगों ने मिट्टी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां खरीदी। आज फूल-माला, फूल, केले और आम के पत्ते भी खूब बिके। लोगों ने अपने घरों को सजाने के लिए इनकी जमकर खरीदारी की। फूलपत्ती का बाजार नगर पालिका (Municipality) के पीछे एमजीएम कालेज वाणिज्य संकाय (MGM College Commerce Faculty) रोड पर लगा था। इसके अलावा मृत्युंजय टाकीज (Mrityunjay Talkies) के आसपास और गांधी मैदान (Gandhi Maidan) के सामने मेन रोड पर भी बाजार लगा था।

यहां लगा था बाजार

गांधी मैदान के भीतर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, खील-बताशे, कमल के फूल, दीये, लक्ष्मी-गणेश के पोस्टर सहित अन्य पूजन सामग्री का बाजार लगा था। आज रात में मिट्टी के कच्चे दीपकों से परंपरानुसार रोशनी कर दीपावली पर्व मनाया जाएगा। बिजली के रंग-बिरंगे बल्ब व लडिय़ों से घर, दुकानों व प्रतिष्ठानों की सजावट की गई है। अन्न-धन और लक्ष्मी की कामना के साथ खरीददारी करने वालों ने देवी लक्ष्मी व भगवान गणेश की प्रतिमा की खरीदारी की। शहर के प्रतिष्ठानों की सजावट एक से बढ़कर एक नजर आ रही है। प्रतिष्ठानों व घरों के समक्ष केले के पौधे लगाकर मां लक्ष्मी का स्वागत किया गया है। बाजार में देवी-देवताओं की मिट्टी की प्रतिमाओं की जमकर बिक्री हुई। मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की पूजा अर्चना को ले गये। श्रद्धालु बाजार में मिट्टी की मूर्तियों से लेकर पीतल व चांदी की मूर्तियां भी खरीदी गई। सभी ने अपने सामथ्र्य के अनुसार खरीदी की है।

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AUTHORRohit

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