नई शिक्षा नीति पर आये ये महत्वपूर्ण विचार

Post by: Rohit Nage

होशंगाबाद। शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय होशंगाबाद में 28 सितंबर को नई शिक्षा नीति 2020 के संबंध में कार्यशाला में शैक्षिक जगत में रूचि एवं विशेषज्ञता रखने वाले प्रबुद्धजन, शिक्षाविद, उद्योगपति उपस्थित रहे। बैठक में मप्र तैराकी संघ ने पीयूष शर्मा (Piyush Sharma) ने कहा कि महाविद्यालयों को विद्यार्थियों एवं प्रशिक्षण संस्थान का डाटाबेस तैयार करना चाहिए और विद्यार्थियों की अभिरूचि के आधार पर संबंधित संस्थान के अधिकारियों से संपर्क कर उन्हें इटर्नशिप/शिक्षुता के लिए भेजना चाहिए।
शिक्षाविद एवं समाज सेवी अरुण शर्मा (Arun Sharma) ने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ सकल पंजीयन अनुपात बढ़ाने पर ही नहीं होना चाहिए बल्कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा पर अधिक केन्द्रित होना चाहिए। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. श्रीमती कामिनी जैन (Smt. Kamni Jain) ने बताया कि अभिभावकों के साथ प्रतिमाह बैठक करने एवं मोटिवेशनल कार्यक्रम किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इस महाविद्यालय में सिर्फ छात्राएं ही इंटर्नशिप/शिक्षुता में भाग ले सकती।
समाजसेवी गुंजन पाठक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को आस पास जहां कौशल विकास केन्द्र हो वहाँ भी इटर्नशिप/शिक्षुता के लिए विद्यार्थी जा सकते है। श्रीमती श्वेता चौबे ने बताया कि विद्यार्थियों के विकास के लिए शिक्षकों के साथ पालकों को भी अपने व्यवहार में संतुलन लाना चाहिए। संचालन डॉ. अरुण सिकरवार ने किया एवं नई शिक्षा नीति 2020 पर पावर पाइंट प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। बैठक में डॉ. बीएल राय, डॉ. श्रीकान्त दुबे, डॉ. नरवरे, श्रीमती नीता भट्टाचार्य, डॉ. संजय चौधरी, विवेक कुमार वर्मा, बसु चौधरी, रवीन्द्र भार्गव, जयप्रकाश दायमा, डॉ. नीतू पवार उपस्थित रहे।

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