इटारसी। ग्राम जुझारपुर (Jujharpur)की रेलवे क्रासिंग (railway crossing)के पास रोड पर बैठकर जुझारपुर और देहरी की दर्जनों महिलाएं भजन कर रही हैं। ढोल और मजीरों के साथ हम अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते, रोड नहीं तो वोट नहीं जैसे नारों के साथ धरना चल रहा है। इन ग्रामीणों की मांग है कि जुझारपुर से पुरानी इटारसी तक रोड की हालत अत्यंत खराब और चिंताजनक है, इसे जल्द बनायी जाए। ग्रामीण आज के धरने की सूचना 9 मार्च को ही प्रशासन को दे चुके थे। बावजूद इसके प्रशासन की तरफ से एक इंच प्रयास आगे नहीं बढ़ाये गये। मजबूरन आज यह धरने पर ग्रामीण बैठे। सूचना पर पथरोटा (patharota)की पुलिस (police)मौके पर पहुंची है और ग्रामीण अभी भी धरनारत हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि विगत तीन वर्ष से ठेकेदार ने डामर उखाड़कर रोड को ऐसा ही छोड़ दिया है। गांव के बच्चे, बूढ़ी, महिला-पुरुषों को काफी परेशानी हो रही है। वाहन चलाना भी मुश्किल हो रहा है, आये दिन एक्सीडेंट की घटनाएं हो रही हैं। रोड किनारे के मकानों में भोजन और पानी में धूल-मिट्टी मिलती रहती है और लोग बीमार भी हो रहे हैं। आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी हो रही है। रोड कब बनेगी, इसका कोई कहीं से समाधानकारक जवाब भी नहीं मिल रहा है। उन्होंने 9 मार्च को ही चेतावनी दे दी थी कि यदि समस्या का समाधान नहीं किया तो 17 मार्च को ठेकेदार के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर चक्काजाम करेंगे। सूचना मिलने पर अभी कुछ देर पूर्व ही नायब तहसीलदार पहुंचे हैं। लेकिन, ग्रामीण ठेकेदार को बुलाने पर ही अड़े हुए हैं।