रोजगारोन्मुखी शिक्षा एवं कौशल विकास पर कार्यशाला

इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एक महत्वपूर्ण लक्ष्य शिक्षा, रोजगार एवं स्व-रोजगार से जोडऩे की प्राप्ति हेतु कार्यशाला हुई। नोडल अधिकारी एनईपी डॉ. रंधावा ने जानकारी दी कि स्थानीय शिक्षाविदों, उद्योगपतिओं, सामाजिक संस्थानों और विशेषज्ञों को कार्यशाला में आमंत्रित किया ताकि इस विषय पर विचार-विमर्श कर कार्य योजना बनाई जाये जिससे महाविद्यालय में प्रवेशित छात्रायें फील्ड, प्रोजेक्ट, इन्टवर्नशिप, अप्रेंटिसशिप के माध्यम से कौशल विकास कर रोजगार प्राप्त कर सकें।
शिक्षा के क्षेत्र से डॉ. केएस उप्पल (Ks Uppal), डॉ. पांडेय, बीके पटेल, दर्शन तिवारी (Bk Patel), उद्योग क्षेत्र से नटराज से रितेश शर्मा, विवेक मैथिल, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर (hospitality sector) से सत्यम अग्रवाल, जैविक खेती के विशेषज्ञ हेमंत दुबे तथा संदीप मेहतो सह संस्थापक भारत कालिंग को कार्यशाला में अपने विचार साझा करने हेतु आमंत्रित किया था। प्रभारी प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोडऩा आज की आवश्यतकता है। नई शिक्षा नीति छात्राओं को अवसर दे रही है कि वे शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास कर रोजगार प्राप्तय करने में सक्षम बनें। डॉ. रंधावा ने कहा कि वर्तमान समय की आवश्यकता है कि छात्र नवाचार के माध्यम से बहुमुखी प्रतिभा संपन्न आत्मनिर्भर नागरिक बनकर राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दें। नई शिक्षा नीति फील्ड प्रोजेक्ट एवं् इन्टर्नशिप के माध्यम से छात्राओं को रोजगार/स्वरोजगार के लिए तैयार कर रहीं है।
डॉण् उप्पल द्वारा एक रोडमैप बनाकर वोकेशनल कोर्स (vocational course) और इंटर्नशिप (internship) कार्यक्रम की शुरूआत करने का सुझाव दिया। सत्यतम अग्रवाल द्वारा हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में छात्राओं को प्रशिक्षण देने का आश्वासन दिया। रितेश शर्मा ने भी अपने कार्य क्षेत्र में छात्राओं को प्रशिक्षण करने की बात कही। प्रभावी सुझावों एवं आपसी सहयोग से नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत एक कार्य योजना जल्द बनाई जायेगी जिससे छात्राएं लाभान्वित होगी। कार्यशाला में हिन्दी विभाग के प्रमुख डॉ. श्रीराम निवारिया ने सूत्रधार की भूमिका निभाई।