इटारसी। उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ निवासी एक युवक ने आरपीएफ थाने के तीन जवानों पर दो हजार रुपए लेने का आरोप लगाया है, युवक का कहना है कि विकलांग कोच में बैठने पर अनेक यात्रियों के साथ उसे भी उतारा गया था। उसका बैग ट्रेन में ही छूट गया जिसमें 12 हजार रुपए, कपड़े, जूते आदि थे। उसके पहने हुए कपड़े की जेब में एक दो हजार का नोट ही था, जो रातभर थाने में मुझे बिठाने के बाद सुबह दो हजार रुपए लेकर छोड़ा।
यात्री अमृतलाल चौहान पिता रामअचल चौहान 21 वर्ष ने जीआरपी थाने में एक आवेदन देकर बताया है कि वह 17 जून को नागपुर से बनारस की यात्रा कर रहा था। वह विकलांग कोच में बैठा था, कोच में अन्य यात्री भी थे। इस बीच इटारसी में रात को लगभग 1 बजे आरपीएफ के तीन जवान आए और सबको उतारकर थाने ले गए और उन सबसे पैसे मांगे। उसके अलावा लाए गए दो दर्जन यात्रियोंं ने पांच-पांच सौ रुपए देकर खुद को मुक्त करा लिया। लेकिन उससे सुबह जब पैसे मांगे तो जेब में केवल दो हजार का नोट था, जो उन जवानों ने रख लिया।
इनका कहना है…
सभी यात्रियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है, पैसे मांगने जैसी कोई बात नहीं है।
हेतराम महावर, थाना प्रभारी आरपीएफ